Sudhanshu Trivedi- Hindutva Growth Rate and Lord Ram: बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राज्यसभा में देश के आर्थिक विकास को अयोध्या के राम मंदिर निर्माण अभियान से जोड़ते हुए कहा कि इस दिशा में जब भी कोई प्रगति हुई है, देश ने नई आर्थिक उपलब्धियों को हासिल किया है. उन्होंने कहा कि एक दौर ऐसा था जब भारतीय अर्थव्यवस्था का मजाक उड़ाया जाता था और कहा जाता था कि ये 2 प्रतिशत से अधिक विकास कर ही नहीं सकते. उन्होंने कहा कि ‘इसे हिन्दू ग्रोथ रेट’ कहकर मजाक उड़ाया जाता था. उन्होंने कहा कि 'किंतु अब जो लोग (सत्ता में) आए हैं वे हिन्दुत्व पर विश्वास करते हैं और इसलिए 7.8 की हिन्दुत्व की ग्रोथ है.’
बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जब भारत आजाद हुआ तो देश की अर्थव्यवस्था पर ताला लगा हुआ था. विपक्ष के लोग कहते थे कि उस समय देश के पास कुछ था ही नहीं इसलिए कुछ कर भी नहीं सकते थे. उन्होंने कहा कि उस समय रामलला विराजमान भी ताले में ही थे. उन्होंने दावा किया कि 1990-92 वह दौर है जब विवादित ढांचा भी गिरा, भारत की अर्थव्यवस्था में बदलाव आया और वह खुली और उसी दौर में ‘नेहरूवादी मॉडल भी गिर गया’.
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Dr. Sudhanshu Trivedi highlights India's 'Hindutva Growth Rate' and economic progress under PM Modi's leadership.#Sudhanshutrivedi #WinterSession pic.twitter.com/65qoViIi7t
— sansadflix (@sansadflix) December 6, 2023
बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि उसके बाद एक और बड़ा दौर आया 2003-04 में जब भारत चालू खाता अधिशेष हासिल कर पाया और अर्थव्यवस्था काफी तेजी से विकास करने लगी. उन्होंने कहा कि यही वह दौर था जिसमें अयोध्या में विवादित स्थल पर 70 खंभे निकले थे जिससे साबित हुआ कि रामलला विराजमान के पास ही मंदिर है. बीजेपी सदस्य ने कहा कि 2019 में जब राममंदिर के पक्ष में उच्चतम न्यायालय का निर्णय आया तो उस साल देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर पहली बार 500 अरब डालर के स्तर पर पहुंच गया.
उन्होंने कहा कि अब जब राम मंदिर बनने जा रहा है तो हम विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, चौथे सबसे बड़े स्टाक एक्सचेंज हैं, तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोबाइल निर्माता हैं, दूसरे सबसे बड़े मोबाइल फोन निर्माता है, आधारभूत क्षेत्र में सबसे अधिक निवेश करने वाला देश हैं और चांद के एक कोने को छूने वाला देश बन गये हैं.’’