Smriti Irani Attacks Congress: महिलाओं ने खींचा भूपेंद्र हुड्डा का ट्रैक्टर, स्मृति ईरानी ने पूछा- चुप क्यो हैं सोनिया गांधी?
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि 8 मार्च को एक तरफ पीएम मोदी आह्वान कर रहे थे कि नारी शक्ति का आर्थिक रूप से सशक्तिकरण हो तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ट्रै्क्टर पर बैठकर महिलाओं से कह रहे थे कि वो उनका ट्रै्क्टर खींचे क्योंकि उन्हें राजनीतिक प्रदर्शन करना था.
हरियाणा (Haryana) के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) विवादों में घिर गए हैं. दरअसल, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने गुरुवार को कहा कि 8 मार्च को एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आह्वान कर रहे थे कि नारी शक्ति (Nari Shakti) का आर्थिक रूप से सशक्तिकरण हो तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस (Congress) के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ट्रै्क्टर (Tractor) पर बैठकर महिलाओं से कह रहे थे कि वो उनका ट्रै्क्टर खींचे क्योंकि उन्हें राजनीतिक प्रदर्शन करना था. उन्होंने कहा कि अगर ट्रै्क्टर खींचना था तो हुड्डा जी या कांग्रेस के कार्यकर्ता खींचते.
स्मृति ने इस मुद्दे को लेकर सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी आह्वान करते कि महिला को सशक्त करो और दूसरी ओर कांग्रेस की महिला अध्यक्ष आज भी चुप्पी साधे बैठीं हुई हैं. इस मामले को लेकर दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा की सदस्यों ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन भी किया. यह भी पढ़ें- Haryana Floor Test: हरियाणा में बनी रहेगी खट्टर सरकार, अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ हासिल की जोरदार जीत.
स्मृति ईरानी का बयान-
स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया वीडियो-
राष्ट्रीय महिला आयोग ने की निंदा
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देत हुए कहा है कि अगर महिलाएं आजीविका के लिए यह करतीं तो मुझे कोई समस्या नहीं थी. लेकिन एक आदमी- राजनेता ट्रैक्टर पर बैठा है और एक महिला उसे खींच रही है तो यह महिलाओं और ट्रैक्टर बैठे व्यक्ति की गरिमा को कम करती है. श्री हुड्डा को इस पर सोचना चाहिए था.
ANI का ट्वीट-
उन्होंने कहा कि अगर महिलाओ को लगता है कि उनसे ये जबरन कराया गया तो वो हमारे पास आ सकती हैं लेकिन अगर वे इसे स्वेच्छा से कर रही हैं तो फिर ट्रैक्टर पर बैठे शख्स को सोचना चाहिए था कि ये न हो. उन्होंने कहा कि अगर हमें शिकायत मिलती है तो हम कार्रवाई करेंगे. अगर हमें शिकायत नहीं मिलती है, तो भी यह निंदनीय है.