UP: शिवपाल यादव थामेंगे बीजेपी का दामन? ट्विटर पर पीएम मोदी और CM योगी को किया फॉलो, जानें क्या हैं इसके सियासी मायने
शिवपाल यादव ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फॉलो करना शुरू कर दिया है. उनके इस कदम से सियासी गलियारों में बीजेपी में शामिल होने की चर्चाओं को बल मिल रहा है.
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के बाद मुलायम (Mulayam Singh Yadav) कुनबे से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल यादव (Shivpal Yadav)की दूरियां बढ़ती ही जा रही हैं. शिवपाल यादव ने बुधवार को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से मुलाकात की थी, जिसके बाद अटकलों का बाजार गर्म है कि कहीं वह भाजपा का दामन तो नहीं थामने जा रहे हैं. इन तमाम अटकलों के बीच, शिवपाल ने ट्विटर (Twitter) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फॉलो करना शुरू कर दिया है. उनके इस कदम से सियासी गलियारों में बीजेपी (BJP) में शामिल होने की चर्चाओं को बल मिल रहा है. UP: इटावा में शिवपाल यादव का छलका दर्द! कहा- हनुमान ने ही बचाई थी लक्ष्मण की जान, राम को जिताया था युद्ध
कहा जा रहा है कि शिवपाल अयोध्या जाने की तैयारी में हैं. वो नवरात्रि के दौरान ही अयोध्या जा सकते हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शिवपाल यादव इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि भाजपा में प्रसपा का विलय कराया जाए NDA के सहयोगी के तौर पर अपनी राजनीति को आगे बढ़ाया जाए.
विधानसभा चुनाव के बाद शिवपाल यादव और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच की दूरियां साफ झलक रही हैं. छह साल पहले चाचा-भतीजे के बीच सियासी वर्चस्व की जंग शुरू हुई थी, जिसके बाद शिवपाल ने सपा ने नाता तोड़कर अपनी नई पार्टी बनाई, जिसका नाम रखा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया).
2022 के यूपी विधानसभा में बीजेपी को हराने के लिए शिवपाल और अखिलेश एक बार फिर साथ आ गए, लेकिन चुनाव के नतीजों ने इस गठबंधन के गांठ खोल दिए. शिवपाल को न तो उम्मीद के मुताबिक सम्मान मिला और न ही चुनाव में भागेदारी. शिवपाल को स्टार प्रचारक के तौर पर अखिलेश ने कुछ चुनिंदा सीटों पर ही प्रचार कराया. यहां तक की अखिलेश ने विधायक दल की बैठक में शिवपाल यादव को न्योता तक नहीं दिया.
बता दें कि चुनावों से पहले, मुलायम यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने भाजपा का दामन थाम लिया था. वहीं, अब शिवपाल यादव के भाजपा में शामिल होने की संभावनाएं जताई जा रही है. इतना ही नहीं चर्चा तो ये भी है कि बीजेपी शिवपाल को राज्यसभा का सांसद बना सकती है. हालांकि, इसको लेकर शिवपाल यादव ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. उन्होंने कहा "यह उचित समय नहीं है, जब उचित समय होगा तो हम आपको बुला लेंगे और सभी सवालों के जवाब देंगे.