शशि थरूर ने कहा- NDA के सहयोगियों का साथ छोड़ना BJP की डूबती नैया का संकेत है
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जोर देकर कहा है कि शासन को केवल एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमते देख एनडीए के सदस्यों के बीच निराशा बढ़ रही है
कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने जोर देकर कहा है कि शासन को केवल एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमते देख राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सदस्यों के बीच निराशा बढ़ रही है और यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि बीजेपी (BJP) के कुछ साथी “डूबती नैया” का साथ छोड़ रहे हैं. थरूर ने यह भी कहा कि बीजेपी को यह महसूस करना ही होगा कि जब ‘‘आपके दोस्त ही आपसे नाखुश हैं तो पूरा देश तो आपके प्रदर्शन को लेकर और अधिक नकारात्मक होगा ही.” उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा कि एक व्यक्ति को सर्वेसर्वा बनाए जाने से एनडीए के सदस्यों के बीच निराशा स्पष्ट तौर पर बढ़ रही है जो हमने वर्तमान सरकार में देखा है और बीजेपी के कुछ सहयोगियों का डूबती नाव का साथ छोड़ना शुरू करना इस बात का संकेत है कि गठबंधन में सब ठीक नहीं चल रहा.
तिरुवनंतपुरम से सांसद ने केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर काम कर रही एनडीए की कार्यशैली से तुलना करते हुए कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) हमेशा से सामूहिक और विचारशील नेतृत्व का गठबंधन रहा है जहां हर किसी की बात सुनी जाती है और सब पर गौर किया जाता है. थरूर ने कहा कि यूपीए ने सबको साथ लेते हुए करीब एक दशक तक भारतीय राजतंत्र के दायरे में रह कर सफलतापूर्वक काम किया है और यह निश्चित तौर पर एक ऐसी विशेषता है जो उसे वर्तमान शासन के आकर्षक विकल्प के तौर पर पेश करती है. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में महागठबंधन पर सबकी नजरें, अगले हफ्ते फाइनल होगा सीट शेयरिंग का फॉर्मूला!
गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों से कुछ ही महीने पहले बीजेपी ने दो प्रमुख सहयोगियों- चंद्रबाबू नायडु की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP)का साथ गंवा दिया है. इसके अलावा भगवा पार्टी को उत्तर प्रदेश में भी अपने सहयोगियों- अपना दल (एस) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) का दबाव झेलना पड़ रहा है जिनके खेमे से अंसतुष्टि के स्वर उठते सुनाई पड़ने लगे हैं.