जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. भारत के फैलसे से बौखलाया हुआ पाक आए दिन सीमा पर अशांति फैलाने के लिए सीजफायर का उल्लंघन और घुसपैठ की नाकाम कोशिशें कर रहा है. पाकिस्तान लगातार भारत को युद्ध की धमकियां दे रहा है. वहीं इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) पाकिस्तान की तारीफ में कसीदे गढ़ रहे हैं. शरद पवार ने कहा है कि जो प्यार उन्हें पाकिस्तान में मिला है, वैसा कहीं नहीं मिला. शरद पवार ने कहा "मैं पाकिस्तान गया था, वहां मेरा सत्कार हुआ. पाकिस्तानी ये मानते हैं कि बेशक वह अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए भारत नहीं जा सकते, लेकिन वह भारतीयों के साथ अपने रिश्तेदारों जैसा व्यवहार ही करते हैं."
एनसीपी चीफ ने आगे कहा, "यहां लोग कहते हैं कि पाकिस्तानी अन्याय झेल रहे हैं और खुश नहीं हैं, लेकिन ये सच नहीं है. ये बयान केवल राजनीतिक लाभ के लिए दिए जाते हैं, बिना पाकिस्तान की वास्तविक स्थिति जाने. राजनीतिक लाभ के लिए यहां (भारत) का शासक वर्ग झूठी बातें फैला रहा है." शरद पवार ने कहा पाकिस्तान में आम लोग भारत के साथ युद्ध नहीं चाहते हैं. पवार ने कहा, "हम भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान ले गए थे, जहां टीम को भरपूर प्यार मिला था. लेकिन आज हमारे देश में एक अलग तरह का माहौल बन गया है."
पाकिस्तान को लेकर फैलाया जा रहा झूठ-
NCP Chief Sharad Pawar: People here say Pakistanis are facing injustice&are unhappy but it is not true. Such statements are being said only for political gains without understanding actual situation in Pak. Ruling class here is spreading false things for political benefits.(14/9) https://t.co/DP6HGTsbzF
— ANI (@ANI) September 15, 2019
सरकार के फैसले पर उठाए सवाल
केंद्र सरकार के अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले पर पवार ने कहा "सरकार को फैसला स्थानीय कश्मीर के लोगों को विश्वास में लेकर करना चाहिए था, अंधेरे में रख कर नहीं." पवार ने कहा, देश में बीजेपी ने इस मुद्दे को ऐसे उठाया जैसे कश्मीर पाकिस्तान का हिस्सा था भारत का नहीं.’’ पवार ने सवाल किया कि सरकार ने जो कश्मीर में किया, वह पूर्वी भारत के राज्यों में क्यों नहीं किया? शरद पवार ने कहा कि केंद्र सरकार अनुच्छेद 371 को हटाने की दिशा में काम करे. अनुच्छेद 371 के तहत पूर्वोत्तर के राज्यों को विशेष दर्जे का प्रावधान है, लेकिन यह जम्मू-कश्मीर से अलग है.
शरद पवार ने मॉब लिंचिंग मुद्दे को उठाते हुए कहा, ''वर्तमान में समाज के एक वर्ग को नफरत के नाम पर निशाना बनाया जा रहा है. कुछ लोग "मैं भारतीय हूं" का उच्चारण करने के लिए हर भारतीय पर दबाव बनाने में लगे हुए हैं, लेकिन मैं पूछ रहा हूं कि हर भारतीय को 'मैं भारतीय हूं' इसका उच्चारण करना क्या आवश्यक है? जबकि प्रत्येक भारतीय स्वाभाविक रूप से भारतीय है. एक राजनीतिक दल इस मुद्दे को लाभ प्राप्त करने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा है.''