कुलगाम जिले में आतंकी हमले में पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पांच मजदूरों की जान जाने के बाद कश्मीर (Kashmir) में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. अधिकारियों ने बताया कि पूर्ण रूप से प्रतिबंध के कारण घाटी में सामान्य जनजीवन बुधवार को भी प्रभावित रहा. गौरतलब है कि आतंकी हमला ऐसे समय हुआ जब यूरोपीय संघ के सांसदों का एक शिष्टमंडल, जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधान हटाए जाने के बाद कश्मीर के लोगों का अनुभव जानने यहां दो दिवसीय दौरे पर आया है.
आतंकवादियों ने मंगलवार की रात को कुलगाम में पांच प्रवासी मजदूरों को गोली मार दी जिससे उनकी मौत हो गई थी. एक अन्य मजदूर हमले में घायल हो गया था जिसे यहाँ अस्पताल पहुँचाया गया था. कश्मीर में मंगलवार को कई स्थानों पर झड़प हुई जिससे कुछ लोग घायल हो गए. अधिकारियों ने कहा कि विशेषकर दक्षिणी कश्मीर समेत शहर और घाटी के कई स्थानों पर उड़न दस्ते के साथ सुरक्षाबलों की तैनाती की गयी है.
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उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से वाहनों और लोगों की जांच की जा रही है. सुरक्षाबल राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा गैर स्थानीय लोगों पर संभावित हमले और अशांति फैलाने के प्रयासों को लेकर सतर्क हैं. अधिकारियों ने कहा कि बुधवार को बाजार बंद रहे और सार्वजनिक परिवहन सड़क पर दिखाई नहीं पड़ा. उन्होंने कहा कि कक्षा 10 और 12 की वार्षिक परीक्षाएं नियत समय पर आयोजित हो रही हैं.
कक्षा 10 की परीक्षा मंगलवार को शुरू हुई जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षा बुधवार दोपहर से शुरू होगी. घाटी में लैंडलाइन फोन सेवा तथा पोस्टपेड मोबाइल फोन सेवा बहाल की जा चुकी हैं लेकिन इंटरनेट पर पांच अगस्त से ही पाबंदी है. अधिकतर उच्च स्तरीय नेता और अलगाववादी नेता एहतियातन हिरासत में हैं.