सांगली लोकसभा सीट: जानें 2019 के उम्मीदवार, मौजूदा सांसद, मतदान की तारीख और चुनाव परिणाम
बता दें कि सांगली लोकसभा सीट पर 2014 से पहले हमेशा कांग्रेस का दबदबा रहा है. 2014 में मगर मोदी लहर के चलते इस सीट से संजय काका पाटिल चुनाव जीते थे. उन्होंने कांग्रेस के प्रतिक पाटिल को 239,292 वोटों से हराया था. मगर इस बार वंचित बहुजन आघाडी से गोपीचंद पडळकर के मैदान में उतरने से मुकाबला रोमांचक हो गया है.
Sangli Lok Sabha Constituency: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 23 अप्रैल को होने वाले मतदान में महाराष्ट्र की 14 सीटों पर राजनीतिक दलों के कद्दावरों ने अपनी दावेदारी पेश की है जिनमें प्रमुख राजनेताओं के परिवार के सदस्य और बागी प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. तीसरे चरण में महाराष्ट्र के सांगली लोकसभा सीट के लिए वोटिंग होगी. इस सीट से त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. वैसे तो इस सीट से 12 उम्मीदवारों ने परचा भरा है मगर मुख्य मुकाबला बीजेपी के संजय काका पाटिल (Sanjaykaka Patil) स्वाभिमानी शेतकरी संघटना से दिवंगत वसंतराव पाटील के पौत्र विशाल प्रकाशराव पाटील (Vishal Prakashrao Patil) और वंचित बहुजन आघाडी से गोपीचंद पडळकर (Gopichand Padalkar) को टिकट मिला है. कांग्रेस और एनसीपी ने इससे पहले अपने-अपने कोटा से एक-एक सीट राजू शेट्टी के नेतृत्व वाली एसएसएस को देने का फैसला किया था.
बता दें कि सांगली लोकसभा सीट पर 2014 से पहले हमेशा कांग्रेस का दबदबा रहा है. 2014 में मगर मोदी लहर के चलते इस सीट से संजय काका पाटिल चुनाव जीते थे. उन्होंने कांग्रेस के प्रतिक पाटिल को 239,292 वोटों से हराया था. मगर इस बार वंचित बहुजन आघाडी से गोपीचंद पडळकर के मैदान में उतरने से मुकाबला रोमांचक हो गया है.
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बता दें कि इस क्षेत्र में कुल 16,49,107 मतदाता हैं जिनमें 8,61,582 पुरुष और 7,87,525 महिलाएं हैं. सांगली संसदीय सीट के अन्दर 6 विधानसभा सीट हैं. जिसमें मिरज, सांगली, जाठ में बीजेपी, खानपुर में शिवसेना, फालुस काडेगांव में कांग्रेस और तासगांव-कवाथे महाकाल से एनसीपी के विधायक हैं.