RLD चीफ और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह नहीं रहे, कोरोना संक्रमण से हुआ निधन, गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में थे भर्ती
राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख चौधरी अजीत सिंह का कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया है. 82 वर्षीय दिग्गज नेता गुरुवार तड़के कोरोना वायरस से जंग हार गए. संक्रमण के चलते उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. आरएलडी प्रमुख अजित सिंह 22 अप्रैल को कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे.
नई दिल्लीः राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal) के प्रमुख चौधरी अजित सिंह (Ajit Singh) का कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के चलते निधन हो गया है. 82 वर्षीय दिग्गज नेता गुरुवार तड़के कोरोना वायरस से जंग हार गए. संक्रमण के चलते उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. आरएलडी प्रमुख अजित सिंह 20 अप्रैल को कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे. इसके बाद से ही उनके फेफड़े में संक्रमण तेजी से बढ़ता गया. COVID-19: एक्ट्रेस Pia Bajpiee के भाई को उत्तर प्रदेश के ICU में नहीं मिला बेड, हुई मौत
बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह की मंगलवार रात से हालत बेहद नाजुक हो गई थी. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh) के पुत्र चौधरी अजित सिंह सात बार बागपत (Baghpat) से सांसद बने थे. वह केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री का भी पद संभाल चुके है.
यूपी पंचायत चुनाव में RLD ने किया था अच्छा प्रदर्शन
रालोद ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में पंचायत चुनावों में कामयाबी के साथ शानदार वापसी की है. साल 2013 में मुजफ्फरनगर दंगों के बाद रालोद गुमनामी में डूब गई थी, मगर अब वह किसानों के आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका के साथ आगे बढ़ रही है. मेरठ में जिला पंचायत में रालोद ने आठ सीटें हासिल की हैं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) और बीजेपी को छह-छह सीटें मिली हैं. मुजफ्फरनगर, शामली, बुलंदशहर, बागपत, हापुड़ और बिजनौर में रालोद ने अच्छा प्रदर्शन किया है. खबर लिखे जाने तक कई सीटों की जानकारी नहीं मिल सकी थी, जहां नतीजे रालोद के पक्ष में आने की संभावना थी.
मुजफ्फरनगर में पार्टी को चार सीटें मिलीं, जबकि आजाद समाज पार्टी (भीम आर्मी) को छह सीटें मिलीं. यहां बीजेपी ने 13 और बसपा ने तीन सीटें जीतीं. शामली में रालोद ने 19 में से 6 सीटें और बुलंदशहर में चार सीटों पर जीत दर्ज की. रालोद ने अलीगढ़ में दस, मथुरा में आठ और बागपत में नौ सीटें जीती हैं. रालोद ने अयोध्या में भी एक सीट जीती है और अपनी उपस्थिति अब पश्चिमी यूपी से बाहर भी दिखाई है. ऐसे में रालोद आगामी यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए नया संकट बनकर उभर रही थी.