Rajasthan Political Crisis: मंत्री पद से बर्खास्त विश्वेंद्र सिंह का सीएम गहलोत पर तंज, कहा- हैंडसम तो पूर्व पीएम राजीव गांधी भी थे
विश्वेंद्र सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, हैंडसम तो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी भी थे और अंग्रेजी भी अच्छी बोलते थे. विश्वेंद्र सिंह ने यह पलटवार सीएम अशोक गहलोत के बयान पर किया.
जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) की सियासी जंग में जुबानी प्रहार तेज होता जा रहा है. इसी कड़ी में कांग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत करने में पार्टी से सस्पेंड किए विधायक विश्वेंद्र सिंह (Vishvendra Singh) ने आज ट्विटर पर निशाना साधा है. विश्वेंद्र सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, हैंडसम तो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी भी थे और अंग्रेजी भी अच्छी बोलते थे. विश्वेंद्र सिंह ने यह पलटवार सीएम अशोक गहलोत के उस बयान पर किया है जिसमें उन्होंने सचिन पायलट (Sachin Pilot) पर निशाना साधते हुए कहा था कि सिर्फ अच्छी अंग्रेजी बोलना, अच्छी बाइट देना और हैंडसम दिखना ही सब कुछ नहीं होता है बल्कि यह मायने रखता है कि आपके दिल में आपके देश, आपकी विचारधारा, नीतियों और प्रतिबद्धताओं के लिए क्या है. इन सब पर विचार किया जाता है.
बता दें कि कांग्रेस ने बागी सचिन पायलट (Sachin Pilot) का समर्थन कर रहे विधायक भंवरलाल और विश्वेंद्र सिंह पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निकाल दिया है. विश्वेंद्र सिंह कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. पहले कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया, इसके बाद उन्हें पार्टी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया. यह भी पढ़ें: राजस्थान में फोन टैपिंग पर बवाल, संबित पात्रा पूछा- क्या राज्य में सभी के फोन हो रहे हैं टेप, की CBI जांच की मांग.
विश्वेंद्र सिंह का ट्वीट
राजस्थान के सियासी हालात पर सूबे की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने अपनी चुप्पी तोड़ी और कांग्रेस पार्टी द्वारा बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप को लेकर कहा कि, कांग्रेस अपने घर की लड़ाई में बीजेपी को ना घसीटे, वसुंधरा राजे ने ट्विटर पर बयान जारी कर कहा कि "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजस्थान की जनता को कांग्रेस की अंदरुनी कलह की कीमत चुकानी पड़ रही है."
राजस्थान में जारी सियासी संग्राम अब जहां कोर्ट में पहुंच गया है. सचिन पायलट और अन्य बागी विधायकों को कांग्रेस की ओर से अयोग्य ठहराए जाने संबंधी नोटिस पर चुनौती देने वाली याचिका पर राजस्थान हाई कोर्ट में सोमवार को फिर से सुनवाई होगी. वहीं नोटिसों पर प्रस्तावित कार्रवाई मंगलवार तक बढ़ा दी गई है.