नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गुरुवार को कहा कि अगर चुनाव आयोग जम्मू एवं कश्मीर में विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव को एकसाथ कराने का निर्णय लेता है तो सरकार को इसमें कोई आपत्ति नहीं होगी. उन्होंने राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "अगर चुनाव आयोग चाहेगा, तो हमें इसमें कोई आपत्ति नहीं होगी."
आजाद ने सिंह से यह जानना चाहा था कि क्या सरकार लोकसभा और जम्मू एवं कश्मीर में विधानसभा चुनाव एक साथ कराने को लेकर तैयार है. उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाने पर एक संकल्प चर्चा के दौरान कहा कि सरकार चुनाव आयोग द्वारा मांगे गए सभी सुरक्षा जरूरतों को मुहैया कराएगी. गृहमंत्री ने कहा, "चुनाव कराना चुनाव आयोग का काम है. लेकिन मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमें जम्मू एवं कश्मीर में चुनाव कराने पर कोई आपत्ति नहीं है. हम चुनाव आयोग द्वारा मांगे गए सभी प्रकार की सहायता मुहैया कराने को लेकर तैयार हैं."
मंत्री ने इसके साथ ही विपक्षी पार्टियों की ओर से लगाए गए उन आरोपों को भी खारिज कर दिया, जिसमें विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी पर राज्य में सरकार गठन करने के प्रयास के आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा, "किसी को भी सरकार की मंशा पर सवाल नहीं उठाना चाहिए. कोई साजिश नहीं हुई है." उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शासन इसलिए लगाया गया, क्योंकि कोई भी राजनीतिक पार्टी सरकार बनाने के लिए आगे नहीं आई.