राजस्थान (Rajasthan) के सियासी घमासान अपने चरम पर है. न तो सीएम अशोक गहलोत पीछे हटने के को तैयार हैं और नहीं सचिन पायलट सुलह के मूड में हैं. एक तरफ जहां पर सीएम गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने दावा किया है कि उनके पास पूरे विधायक हैं. तो वहीं दूसरी तरफ सचिन पायलट (Sachin Pilot) के करीबियों ने एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो हरियाणा के मानेसर के एक होटल का है. जिसमें राजस्थान कांग्रेस के विधायक इंदर राज गुर्जर, पीआर मीणा, जीआर खटाना और हरीश मीणा सहित अन्य लोग बैठे नजर आ रहे हैं. जो सचिन पायलट के समर्थन में हैं. वहीं इस बीच खबर यह भी है कि दोनों नेताओं में सुलह कराने के लिए मंगलवार को एक बैठक का आयोजन किया गया है. जिसमें आने के लिए सचिन पायलट को न्योता भी दिया गया है.
बता दें कि इससे पहले भी सोमवार को सचिन पायलट के करीबियों के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने खबर दी थी, जिसमें कहा गया है कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत दावा कर रहे हैं कि उनके पास नंबर है. लेकिन सीएम आवास का बगीचा बहुमत साबित करने की जगह नहीं है. सीएम गहलोत के पास अगर नंबर है तो वे गिनती करके उनकों होटल की जगह गवर्नर के पास क्यों लेकर नहीं जाते हैं. यह भी पढ़े: Rajasthan Congress Crisis: सचिन पायलट के करीबी सूत्रों ने कहा, CM आवास का बगीचा बहुमत साबित करने की जगह नहीं, राज्यपाल के पास क्यों नहीं जाते
गौरतलब हो कि राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस और उसके समर्थक विधायकों को सोमवार दोपहर बाद दिल्ली रोड पर एक होटल में भेज दिया गया है. मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक में शामिल होने आए विधायकों को बैठक के बाद चार बसों से दिल्ली रोड स्थित होटल में ले जाया गया था. बैठक में उपस्थित होने वालों में कांग्रेस के साथ साथ उसके समर्थक निर्दलीय विधायक, बीटीपी के दो एवं आरएलडी के एक विधायक भी शामिल हैं. वहीं बीटीपी ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट के दौरान वोट न करने को कहा है.
ANI का ट्वीट:-
Haryana: Rajasthan Congress MLAs Inder Raj Gurjar, PR Meena, GR Khatana, and Harish Meena among others, at a hotel in Manesar. (Video released from Sachin Pilot's office of MLAs supporting him) pic.twitter.com/IHToT5tkiR
— ANI (@ANI) July 13, 2020
ऐसे शुरू हुआ था राजस्थान में विवाद
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार गिराने कथित रूप से विधायकों को रिश्वत देने के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने एक साथ दो नोटिस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को बयान दर्ज कराने के लिए थमा दिए. एसओजी के एडिशनल एसपी ने ये नोटिस 10 जुलाई को दिए, जिसमें उन्होंने कहा कि वे पायलट का सीआरपीसी की धारा 160 के तहत बयान दर्ज करना चाहते हैं. सूत्रों के मुताबिक इस नोटिस ने उपमुख्यमंत्री को नाराज कर दिया जिसे गहलोत के इशारे पर भेजा गया है, क्योंकि गृह विभाग उन्हीं के पास है.