राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान (Rajasthan Political Crisis) के बीच आखिरकार सुलह का दौर शुरू हो गया. एक तरफ जहां पर सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ उन्हीं के पार्टी के नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने मोर्चा खोल दिया था. अब वो बंद होता नजर आ रहे है. इसी कड़ी में सचिन पायलट और सीएम गहलोत (CM Ashok Gehlot) एक महीने बाद एक साथ नजर आए. दोनों ने कैमरे के आगे तस्वीरें भी खिंचवाई. लेकिन पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह का आभास होने लगा है. दरअसल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज हुई CLP की बैठक के बाद कहा कि इन 19 विधायकों के बिना भी हम बहुमत साबित कर सकते थे लेकिन इससे हमें खुशी नहीं मिलती. हम विश्वास मत लाएंगे. इन 19 विधायकों में सचिन पायलट और 18 विधायक जो उनका समर्थन कर रहे थे.
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) से मुलाकात के बाद सचिन पायलट (Sachin Pilot) मान गए. उसके बाद अपने समर्थक विधायकों के साथ राजस्थान लौट गए. वहीं गुरुवार को उन्होंने सीएम अशोक गहलोत के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की. वहीं सचिन पायलट के वापसी पर गहलोत ने कहा था कि हमें फॉरगेट एन्ड फॉरगिव, आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो की भावना के साथ डेमोक्रेसी को बचाने की लड़ाई में लगना है. यह भी पढ़ें:- Rajasthan Political Crisis: सुलह के बीच बदले अशोक गहलोत के सुर, कहा-हमारी लड़ाई लोकतंत्र बचाने की, भूलो और माफ करो के साथ आगे बढ़ना होगा.
ANI का ट्वीट:-
We could have proved the majority even without these 19 MLAs (Sachin Pilot & 18 MLAs who were supporting him) but it would not have given us happiness. We will bring Vote of Confidence: Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot at CLP meeting earlier today (file pic) pic.twitter.com/CqE8k3CcLT
— ANI (@ANI) August 13, 2020
लेकिन उनके इस तरह के बयान से एक बार फिर अंदरूनी सियासी लड़ाई शुरू हो सकती है. वहीं बीजेपी ने भी गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ऐसे में अब राजस्थान की राजनीति पर सभी नजरे टिकी होंगी. आखिर कैसे सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत फिर से एक साथ मिलकर काम करते हैं.