राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया है कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे

राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद भी पार्टी अनिर्णय की स्थिति में है. कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसे लेकर अटकलों का दौर जारी है. अमरिंदर सिंह की तरफ से किसी युवा चेहरे को पार्टी के हित के लिये कमान सौंपे जाने की मांग के बाद सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी नाम अध्यक्ष पद के लिये सबसे आगे चल रहा है

सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया (Photo Credits- PTI/ Facebook)

नई दिल्ली. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) पद से इस्तीफा देने के बाद भी पार्टी अनिर्णय की स्थिति में है. कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसे लेकर अटकलों का दौर जारी है. कांग्रेस का नया अध्यक्ष जल्द ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक बुलाकर चुना जाएगा, नये अध्यक्ष को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच लगातार कवायद जारी है. कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के वरिष्ठ नेताओं में अब तक मोतीलाल वोरा, सुशील कुमार शिंदे, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, मुकुल वासनिक जैसे नेताओं का नाम सामने आ चुका है.

दूसरी तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh) की तरफ से किसी युवा चेहरे को पार्टी के हित के लिये कमान सौंपे जाने की मांग के बाद सचिन पायलट (Sachin Pilot), ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का भी नाम अध्यक्ष पद के लिये सबसे आगे चल रहा है, हालांकि अब तक किसी के भी नाम पर भी सहमति नही बनी है. यह भी पढ़े-राहुल गांधी के इस्तीफे पर सीएम अमरिंदर सिंह का बड़ा बयान, कहा- कांग्रेस की कमान युवा नेता के हाथ में हो

सचिन पायलट

राजस्थान (Rajasthan) के उपमुख्यमंत्री और राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) के अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot) का नाम युवा चेहरों मे सबसे आगे है जिनपर पार्टी दांव लगा सकती है. बताना चाहते है कि सचिन पायलट की उम्र 42 साल है और युवा होने के साथ-साथ पिछ्ले पांच साल से वो राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी सचिन के नेतृत्व में ही जीता है. ऐसे में सचिन पायलट  (Sachin Pilot) पार्टी की पसंद हो सकते हैं, क्योंकि सचिन हिन्दी भाषी प्रदेश से भी आते हैं हालांकि अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) से बेहतर समन्वय न होना सचिन पायलट (Sachin Pilot) के लिये एक कमजोर पक्ष है. इसके साथ ही लोकसभा चुनाव 2019 में राजस्थान (Rajasthan) की 25 सीटों में से कांग्रेस (Congress) का एक सीट पर भी न जीतना भी सचिन पायलट  (Sachin Pilot) के खिलाफ जा सकता है. यह भी पढ़े-हार के बाद कांग्रेस में घमासान जारी: अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर फोड़ा बेटे की हार का ठीकरा, कहा- जोधपुर से वैभव की हार का जिम्मा लें

ज्योतिरादित्य सिंधिया

बता दें कि युवा चेहरों में ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) भी एक मजबूत दावेदार हो सकते हैं पार्टी के अध्यक्ष या फिर बतौर कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर. मध्य प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले ज्योतिरादित्य भी युवा चेहरे हैं. 48 वर्षीय ज्योतिरादित्य (Jyotiraditya Scindia) केंद्र में मंत्री रह चुके हैं और 2002 में पहली बार सांसद चुने गये और 17 वर्षों से कांग्रेस की सक्रिय राजनीति से जुडे हैं. आपकी जानकारी के लिए बताना चाहते है कि 2014 में मोदी लहर में भी मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गुना से वो चुनाव जीते लेकिन 2019 के मोदी लहर में वो चुनाव हार गये.पश्चिमी यूपी (Western UP) के प्रभारी के तौर पर कांग्रेस का बुरा प्रदर्शन और लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) में खुद की सीट गंवाना ज्योतिरादित्य (Jyotiraditya Scindia) के कमजोर पक्ष में गिने जाएंगे. लेकिन सिंधिया की कार्यकर्ताओं के बीच खासी लोकप्रियता के चलते कांग्रेस आलाकमान यह फैसला ले सकती है. यह भी पढ़े-कांग्रेस में इस्तीफे का दौर जारी, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छोड़ा महासचिव पद

कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के किसी युवा को कमान देने के ट्वीट के बाद ये दोनों नाम मीडिया से लेकर सोशल मीडिया (Social Media) में अध्यक्ष पद के लिये चर्चा में लगातार है. लेकिन सबसे अहम बात यह है कि क्या कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) पार्टी के मौजूदा संकट में किसी युवा को कमान देने को तैयार होगी, हालांकि इस बात की संभावना बहुत कम ही नजर आ रही है.

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