राहुल गांधी विपक्ष के 11 नेताओं के साथ श्रीनगर के लिए रवाना, डेलिगेशन को एयरपोर्ट छोड़ने की इजाजत नहीं, प्रशासन ने आने से किया मना
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कहा है कि विपक्षी नेता कश्मीर ना आएं और सहयोग करें. पुलिस सूत्रों का कहना है कि विपक्षी प्रतिनिधिमंडल को श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा. प्रशासन ने कहा कि नेता उन प्रतिबंधों का भी उल्लंघन कर रहे होंगे, जो अभी भी कई क्षेत्रों में हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) शनिवार को विपक्ष के 11 नेताओं के साथ जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के दौरे पर जा रहे हैं. अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद शनिवार को पहली बार पहली बार विपक्षी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल आज श्रीनगर के दौरे के लिए रवाना होगा. राहुल गांधी के साथ गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा, लेफ्ट के सीताराम येचुरी, डी राजा, डीएमके के तिरुची शिवा, टीएमसी के दिनेश त्रिवेदी, एनसीपी के माजिद मेमन, आरजेडी के मनोज झा और जेडीएस के उपेंद्र रेड्डी भी होंगे. यह प्रतिनिधिमंडल वहां के लोगों और पार्टी नेताओं से मुलाकात करेगा. लेकिन राहुल गांधी की श्रीनगर जाने की तैयारी के बीच जम्मू कश्मीर प्रशासन का बयान आया है.
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कहा है कि विपक्षी नेता कश्मीर ना आएं और सहयोग करें. पुलिस सूत्रों का कहना है कि विपक्षी प्रतिनिधिमंडल को श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा. प्रशासन ने ट्वीट किया, नेताओं के दौरे से असुविधा होगी. हम लोगों को आतंकियों से बचाने में लगे हैं.
राहुल गांधी श्रीनगर के लिए रवाना-
प्रशासन ने कहा कि नेता उन प्रतिबंधों का भी उल्लंघन कर रहे होंगे, जो अभी भी कई क्षेत्रों में हैं. वरिष्ठ नेताओं को समझना चाहिए कि शांति, व्यवस्था बनाए रखने और नुकसान को रोकने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी. नेताओं को यहां आने से बचना चाहिए.
गुलाम नबी आजाद का सरकार पर हमला-
इस बीच कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार का कहना है कि कश्मीर में स्थिति सामान्य है, और दूसरी तरफ वे किसी को जाने की अनुमति नहीं देते हैं. अगर चीजें सामान्य हैं तो राजनीतिक नेताओं को नजरबंद क्यों किया जाता है? बता दें कि कुछ दिन पहले ही गुलाम नबी आजाद भी श्रीनगर गए थे लेकिन उन्हें एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया था.