BJP attacks on Rahul Gandhi: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या के प्रयास का जिक्र करते हुए बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने 2022 की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा से जानबूझकर समझौता किया गया था, जो उस समय कांग्रेस द्वारा शासित राज्य था. मालवीय ने 'एक्स' पर राहुल गांधी की एक पुरानी क्लिप पोस्ट की, जिसमें वे पीएम मोदी पर हमला कर रहे थे. उन्होंने लिखा कि ये कपटपूर्ण शब्द हैं. तीसरी बार असफल राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ हिंसा को प्रोत्साहित किया है और उसे उचित ठहराया है, जिनसे वे कई बार चुनाव हार चुके हैं.
''भारत कभी कैसे भूल सकता है कि पंजाब पुलिस, जो उस समय कांग्रेस के अधीन थी, ने जानबूझकर पीएम की सुरक्षा से समझौता किया, जब उनका काफिला फ्लाईओवर पर फंस गया था.''
राहुल गांधी ने PM मोदी के खिलाफ हिंसा को प्रोत्साहित किया: अमित मालवीय
These are insincere words. Third Time Fail Rahul Gandhi has often encouraged and justified violence against Prime Minister Modi, who he has lost election to, several times now.
How can India ever forget how Punjab Police, then under the Congress, deliberately compromised PM’s… https://t.co/5mLsLXEcRd pic.twitter.com/XkHEUg1Nns
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 14, 2024
मालवीय ने राहुल गांधी की तुलना अमेरिकी डेमोक्रेट नेता से की
“If Trump wins an election… that our country will end, our democracy,
our constitution will end, its the last election we'll ever have...”
This kind of vile rhetoric against Trump led to an assassination bid. The man responsible, owes allegiance to George Soros funded ANTIFA,… pic.twitter.com/YKYprr1e3s
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 14, 2024
अमित मालवीय ने 'एक्स' पर एक अमेरिकी डेमोक्रेट नेता का वीडियो भी शेयर किया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि अगर ट्रंप अमेरिकी चुनाव जीतते हैं, तो यह देश में आखिरी चुनाव होगा. इसके साथ ही यह लोकतंत्र और संविधान का अंत होगा. इसका जिक्र करते हुए मालवीय ने लिखा कि ट्रंप के खिलाफ इस तरह की घिनौनी बयानबाजी के कारण उनकी हत्या की कोशिश की गई. इसके लिए जिम्मेदार व्यक्ति जॉर्ज सोरोस, वित्तपोषित ANTIFA के प्रति निष्ठा रखता है, जो अमेरिका में वामपंथी 'फासीवाद-विरोधी, नस्लवाद-विरोधी' आंदोलन है. यह भाषा भारत में तीसरी बार असफल राहुल गांधी के भाषणों से काफी मिलती-जुलती है. आखिर वे किसकी स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं?