राबड़ी देवी ने जुदाई में लिखी कविता- जीवन में लालू है, कण कण में लालू है, कोई कैसे करेगा जुदा

लोकसभा चुनाव में अब महज कुछ दिन ही बचे है. इसको लेकर सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में पूरे दमखम से जुटे हुए है. इससे अलग विपक्षी दलों के महागठबंधन के प्रमुख घटक राष्ट्रीय जनता दल (RJD) चुनावों से ठीक पहले एक अलग ही असमंजस में फंसी हुई है.

राबड़ी देवी और लालू यादव (Photo Credits: IANS/File)

पटना: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में अब महज कुछ दिन ही बचे है. इसको लेकर सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में पूरे दमखम से जुटे हुए है. इससे अलग विपक्षी दलों के महागठबंधन के प्रमुख घटक राष्ट्रीय जनता दल (RJD) चुनावों से ठीक पहले एक अलग ही असमंजस में फंसी हुई है. एक तरह जहां आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) जेल में बंद हैं तो वहीं दूसरी ओर उनके बड़े बेटे तेज प्रताप ने पार्टी के खिलाफ ही बिगुल फूंक दिया है. इन सबके बीच लालू यादव की पत्‍नी और बिहार की पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने एक कविता के जरिए अपना दर्द बयां किया है.

राबड़ी देवी ने यह कविता खुद लिखी है. इसके जरिए उन्होंने एक ओर जहां मोदी सरकार पर कटाक्ष किया है तो वहीं दूसरी तरफ अपनी कविता के जरिए लालू से जुदा होने का दुख भी जाहिर किया है.

उन्‍होंने लिखा, 'नैना थोड़े हैं नम, दिल में है ज़रा सा गम पर हिम्मत न टूटी, न हुआ है हौसला कम। बड़बोले पापी को लाएंगे जमीन पर हम, इस साज़िश का बदला, बदलाव से लेंगे हम. कोई कैसे करेगा जुदा, कोई कैसे करेगा जुदा. जीवन में लालू हैं, जन जन में लालू हैं, कण कण में लालू हैं, हर मन में लालू हैं.'

गौरतलब हो कि बिहार में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सबसे बड़े सियासी परिवार यानी राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार में विवाद गहराता जा रहा है. लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप ने 1 अप्रैल को 'लालू-राबड़ी मोर्चा' बनाने की घोषणा की. इस दौरान उन्होंने कहा था कि उन्होंने तो केवल दो सीटें मांगी थी, फिर भी लोगों के पेट में दर्द होने लगा.

बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में आरजेडी महागठबंधन में सबसे ज्यादा 20 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है. इस महागठबंधन में आरजेडी के साथ कांग्रेस, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी), राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) जैसी पार्टियां शामिल हैं.

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