पंजाब (Punjab) में जहरीली शराब कांड (Poisonous Liquor Case) को लेकर कांग्रेस (Congress) के भीतर मचा कलह नया रंग ले रहा है. दरअसल शराब कांड को लेकर दो सांसदों ने सदस्य प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) और शमशेर सिंह ढुलो (Shamsher Singh Dullo) ने शराब की अवैध बिक्री की सीबीआई (CBI) और ईडी (ED) से जांच कराने के लिए राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर को एक ज्ञापन सौंपा था. जिसके बाद पंजाब की सरकार ने उनके खिलाफ बड़ा फैसला लिया है. पंजाब कैबिनेट ने अपने ही दो सांसदों प्रताप सिंह बाजवा और समशेर सिंह डुल्लो को पार्टी विरोधी गतिविधि के लिए निष्कासित करने की मांग की है. दोनों ने जहरीली शराब मामले में सरकार पर निशाना साधा था.
दरअसल शराब कांड के बाद जहां पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह विरोधी दलों के सवालों का जवाब दे रहे हैं. वहीं अब उनके अपने नेताओं ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह ढुलो ने इन दोनों नेताओं ने राज्यपाल ही नहीं बल्कि कैप्टन को हटाने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मांग तक कर डाली है. इनका कहना है कि अगर राज्य सरकार सही समय पर एक्शन लेती तो लोगों की जान नहीं जाती. वहीं अपने ही नेताओं के आरोप के बाद अब कैप्टन खेमा भी सख्त एक्शन के मूड में आ गई है.
ANI का ट्वीट:-
Punjab cabinet today pitched for immediate expulsion Congress MPs Pratap Singh Bajwa & Shamsher Singh Dullo for their 'anti-party & anti-govt’ activities. Cabinet ministers sough dismissal of the duo for attacking their own Congress govt in the state over the hooch tragedy: CMO
— ANI (@ANI) August 6, 2020
गौरतलब हो कि पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने जहरीली शराब त्रासदी मामले की जांच करने के लिए बुधवार को दो विशेष जांच टीमों (SIT) के गठन का आदेश दिया था, इस मामले में अब तक कुल 113 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं पंजाब पुलिस ने अब तक इस मामले में तरनतारन में तीन, अमृतसर और गुरदासपुर के बटाला में एक-एक एफआईआर दर्ज की है.