प्रियंका गांधी ने लिखा सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र,  कहा- टेस्टिंग की गति बढ़ाने की जरूरत, हो सकता है रामबाण साबित
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Photo Credit-PTI)

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने उत्तर प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की सुविधा बढ़ाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है.  इस पत्र में प्रियंका गांधी ने कोरोना वायरस COVID-19 महामारी के परीक्षण और इलाज के लिए सुविधाओं को बढ़ाने और राज्य में महामारी के प्रकोप को नियंत्रित करने के तरीके सुझाए हैं. पत्र में प्रियंका गांधी ने लिखा कि पूरे देश समेत उत्तर प्रदेश में भी कोरोना वायरस का कहर अपने पैर पसार रहा है. हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था के सामने ये बड़ी चुनौती है कि हम किस तरह से वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की पहचान कर उपचार कर सकें व संक्रमण का आगे बढ़ना रोक सकें.

प्रियंका गांधी ने पत्र में कहा है कि संक्रमण को रोकने के लिए स्क्रीनिंग और टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाना बहुत ही कारगर उपाय है. छह करोड़ आबादी वाले देश दक्षिण कोरिया ने हर 1000 लोगों पर करीब छह लोगों की टेस्टिंग की है और वायरस को रोकने में सफलता हासिल की है. प्रियंका गांधी ने कहा, उत्तर प्रदेश जैसे विशाल जनसंख्या वाले प्रदेश के लिए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाना एक रामबाण साबित हो सकता है. यह भी पढ़ें- कोरोना के खिलाफ जंग में CM योगी एक्टिव, यूपी के हाटस्पॉट इलाकों की ड्रोन से निगरानी. 

प्रियंका गांधी ने सीएम योगी ने लिखा पत्र-

प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारे उत्तर प्रदेश की जनसख्या लगभग 23 करोड़ के आसपास है, जबकि टेस्टिंग के लिए गए सैंपलों की संख्या केवल 7000 के आसपास है. हमारी जनसंख्या के हिसाब से प्रदेश में हो रही जांचों की संख्या अभी बहुत कम है. टेस्टिंग को तेज गति से बढ़ाना आवश्यक है.

कांग्रेस महासचिव ने अपने पत्र में लिखा है कि यह जरूरी है कि सामाजिक स्तर पर आम लोगों में भरोसा और विश्वास जागने के लिए सरकार ऐसे कदम उठाए जिससे कि लोग स्वयं सामने आएं. ऐसा करने का एक तरीका यह हो सकता है कि इन क्षेत्रों में काम कर रहे एनजीओ, सामाजिक संगठनों, अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं की मदद ली जाए, उनसे विचार-विमर्श करके इस लड़ाई में शामिल किया जाए.

प्रियंका गांधी ने पत्र में लिखा है कि आपने स्वयं कल से मास्क पहनना अनिवार्य घोषित किया है. कृपया युद्धस्तर मास्क व सैनिटाईजर का वितरण सुनिश्चित करें व लोगों को स्पष्ट रूप से बताया जाय कि उन्हें मास्क व सैनिटाइजर कहाँ से और कैसे मिलेंगे.

पत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री को सुझाव देते हुए लिखा है कि हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच कर ‘mild to moderate high risk cases’ को युद्धस्तरीय तत्परता के साथ इलाज करना पड़ेगा, जिससे हमारे आईसीयू पर कम से कम दबाव पड़े. साथ ही अपने 'आइसोलेशन वार्ड और क्वारेंटाइन सेंटर्स' को मानवीय गरिमा के अनुरूप बनाना पड़ेगा.