लखनऊ, 20 अक्टूबर: पुलिस हिरासत में मारे गए एक दलित व्यक्ति के परिवार से मिलने आगरा जा रही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) को लखनऊ एक्सप्रेस वे पर लखनऊ पुलिस ने हिरासत में लिया है. लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर पहले टोल प्लाजा पर उनकी कार को रोका गया. उन्हें रोकने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, "अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई. उनका परिवार न्याय मांग रहा है.मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं. उप्र सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है. यह भी पढ़े:UP: प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में लिया, आगरा में मृतक सफाई कर्मी के परिवार वालों से जा रही थीं मिलने
आज भगवान वाल्मीकि जयंती है. पीएम ने महात्मा बुद्ध पर बड़ी बातें की, लेकिन उनके संदेशों पर हमला कर रहे हैं. "पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस नेता को इसलिए रोका गया, क्योंकि उनके पास अपेक्षित अनुमति नहीं थी. प्रियंका को हिरासत में लेने का वीडियो वायरल हो गया. जिसमें प्रियंका गांधी को पुलिसकर्मियों सहित कई लोगों से घिरा हुआ देखा गया. एक अन्य ²श्य में एक पुलिस अधिकारी को उनके वाहन के सामने खड़ा देखा गया.
Lucknow | Congress leader Priyanka Gandhi Vadra detained on her way to Agra to meet family of sanitation worker who died in police custody
Police say, Section 144 is imposed here. pic.twitter.com/tAHHryer7U
— ANI UP (@ANINewsUP) October 20, 2021
कांग्रेस नेता और पुलिस के बीच बातचीत के एक वीडियो में, उन्हें यह पूछते हुए सुना जा सकता है, "मैं जहां भी जाती हूं, क्या मुझे अनुमति मांगनी पड़ती है?" जिस पर अधिकारी कहते हैं कि यह 'कानून और व्यवस्था का मुद्दा' है. एक अन्य दृश्य में, प्रियंका गांधी कुछ महिला पुलिस अधिकारियों के साथ सेल्फी लेती दिख रही हैं. इससे पहले बुधवार को पुलिस स्ट्रांग रूम से 25 लाख रुपये की चोरी के मामले में गिरफ्तार 'सफाई कर्मचारी' अरुण वाल्मीकि की पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई थी.
आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मुनिराज जी ने कहा कि वह मंगलवार रात बीमार पड़ गए, जब उनके घर पर छापेमारी की जा रही थी. इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अरुण पर शनिवार की रात एक इमारत से पैसे चोरी करने का आरोप लगाया गया था, जहां वह क्लीनर के रूप में काम करता था.अरुण के परिवार ने दावा किया कि हिरासत में प्रताड़ना के कारण उसकी मौत हुई है. बता दें इस महीने की शुरूआत में, प्रियंका को सीतापुर में हिरासत में लिया गया था, जब वह 3 अक्टूबर को मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने लखीमपुर जा रही थीं.