नवाब मलिक ने देवेंद्र फडणवीस पर किया पलटवार, कहा- समीर वानखेड़े से पंचनामा मंगा लीजिए, मेरे दामाद के घर से कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला था

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने बीजेपी (BJP) के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस पर पलटवार करते हुए कहा “फडणवीस ने आरोप लगाया था कि नवाब मलिक के दामाद के घर से गांजा बरामद हुआ.

नवाब मलिक (Photo Credits: PTI)

मुंबई: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने बीजेपी (BJP) के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस पर पलटवार करते हुए कहा “फडणवीस ने आरोप लगाया था कि नवाब मलिक के दामाद के घर से गांजा बरामद हुआ. देवेंद्र जी आपका निकटतम वानखेड़े (NCB अधिकारी समीर वानखेड़े) है, पंचनामा मंगा लीजिए. नवाब मलिक के दामाद के घर से कोई भी आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई, उसका पंचनामा है.” अमृता फडणवीस ने नवाब मलिक पर कसा तंज, बताया ‘बिगड़े नवाब’

एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने कहा “समीर वानखेड़े जब से इस विभाग में आया उसने अपनी एक प्राइवेट आर्मी खड़ी की. ये प्राइवेट आर्मी धड़ल्ले से शहर में ड्रग्स का कारोबार करती है, छोटे-छोटे मामले उजागर होते हैं, लोगों को फंसाया जाता है. वानखेड़े के जरिए हज़ारों करोड़ रुपये की उगाही हुई है.”

वहीं, एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने मंगलवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है और राज्य की महा विकास आघाड़ी सरकार के नेताओं की छवि खराब करने के मकसद से की गई है.

केंद्र पर निशाना साधते हुए, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री मलिक ने कहा कि सत्ता का दुरुपयोग कर नेताओं को डराना बंद किया जाना चाहिए. महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ नेताओं पर लगे आरोपों की विभिन्न केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही हैं.

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “देशमुख की गिरफ्तारी की समूची कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है. यह महा विकास आघाड़ी (शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन) के नेताओं को डराने के मकसद से की गई.”

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य पुलिस प्रतिष्ठान में कथित वसूली गिरोह से जुड़े धनशोधन के एक मामले में करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद देशमुख को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया था.

मलिक ने कहा, “कानून अपना कार्य करेगा. अगर आप लोगों को फंसाएंगे तो सच तो किसी न किसी दिन सामने आ ही जाएगा.”

उन्होंने कहा कि केंद्र को मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह के मामले में रुख साफ करना चाहिए जिन्होंने देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे.

सिंह लापता हैं और दो अलग-अलग मामलों में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हैं. पूर्व में, गठबंधन (एमवीए) नेताओं ने सिंह के लापता होने के पीछे केंद्र का हाथ होने का आरोप लगाया था.

देशमुख की गिरफ्तारी राज्य में उद्धव ठाकरे नीत सरकार के लिए एक झटके के तौर पर देखी जा रही है. पिछले महीने, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने केंद्र पर अपनी एजेंसी या प्रयोग एमवीए शासन को निशाना बनाने के लिए करने का आरोप लगाया था.

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