पीएम मोदी के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने दिया इस्तीफा, बोले- प्रधानमंत्री जी के अधीन देश की सेवा करने का मिला सौभाग्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने अपने पद से रिजाइन कर दिया है. इस्तीफे को लेकर उन्होंने अपनी बात व्यक्त की. उन्होंने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री मोदी जी के अधीन देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला. मैं उनका शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे यह अवसर प्रदान किया और मुझ पर पूर्ण विश्वास किया. पीएम मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दी है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के प्रधान सचिव (Principal Secretary to Prime Minister) नृपेंद्र मिश्रा (Nripendra Misra) ने अपने पद से रिजाइन कर दिया है. इस्तीफे को लेकर शुक्रवार को उन्होंने अपनी बात व्यक्त की. उन्होंने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री मोदी जी (Pm Modi) के अधीन देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला. मैं उनका शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे यह अवसर प्रदान किया और मुझ पर पूर्ण विश्वास किया. अब आगे बढ़ने का समय है, लेकिन मैं जनहित और राष्ट्रहित के लिए सदा समर्पित रहूंगा. बताया जा रहा है कि अब उनकी जगह रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पीके सिन्हा (PK Sinha) ले सकते हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई (ANI) के अनुसार, नृपेंद्र मिश्रा के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पीके सिन्हा को पीएमओ में विशेष कर्तव्य पर अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है.
पीएम मोदी के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने किया रिजाइन-
बताया जा रहा है कि नृपेंद्र मिश्रा सितंबर महीने के दूसर हफ्ते में कार्यमुक्त हो जाएंगे. हालांकि उन्होंने खुद ही कार्य से मुक्त होने की इच्छा जताई थी. पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर उनके सेवामुक्त होने की जानकारी दी है. इसके साथ ही उन्होंने नृपेंद्र मिश्रा को शुभकामनाएं भी दी हैं. यह भी पढ़ें: मोदी सरकार ने इन 10 बैंकों के मर्जर का किया ऐलान, अब देशभर में 27 के बदले होंगे सिर्फ 12 सरकारी बैंक
पीएम मोदी ने नृपेंद्र मिश्रा को दी शुभकामनाएं-
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने ट्वीट कर यह भी कहा कि नृपेंद्र मिश्रा ने न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से उनकी मदद की, बल्कि 5 साल तक लगातार देश को आगे ले जाने में और जनता का भरोसा जीतने में भी अहम भूमिका निभाई है. एक साथी के तौर पर उन्होंने 5 साल तक साथ दिया, लेकिन अब वे सितंबर महीने के दूसरे हफ्ते में सेवामुक्त हो जाएंगे.