पंजाब एंड महाराष्ट्रीय कोआपरेटिव (Punjab and Maharashtra Co-operative) बैंक के करीब 50 जमाकर्ताओं को रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निवास के बाहर प्रदर्शन के बाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हालांकि, बाद में उनमें से कुछ को छोड़ दिया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने यह जानकारी दी. बाद में मुख्यमंत्री ठाकरे ने संकटग्रस्त बैंक के जमाकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात में उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार बैंक के ग्राहकों को न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी.
पीएमसी बैंक के करीब 500 जमाकर्ता पहले बांद्रा कुर्ला परिसर में रिजर्व बैंक के कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए. बाद में वे बांद्रा में ठाकरे के निवास ‘मातोश्री’ की ओर चले गए जिससे उनसे मुलाकात कर सकें. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन लोगो ने ठाकरे के निवास के बाहर रिजर्व बैंक के खिलाफ नारेबाजी की. वे मांग कर रहे थे कि उनके प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री से मिलने दिया जाए.
Mumbai: A delegation of Punjab & Maharashtra Co-operative (PMC) Bank depositors has gone inside Matoshree, to meet Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray. https://t.co/O8CDZRMqLQ
— ANI (@ANI) December 15, 2019
कुछ महिलाओं सहित करीब 50 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर खेड़ावाड़ी तथा बीकेसी पुलिस थाने ले जाया गया. बाद में उनमें से कुछ को छोड़ दिया गया. बाद में ठाकरे ने अपने निवास पर पीएमसी के जमाकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर उनकी शिकायतों को सुना और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया.
Mumbai: A delegation of Punjab & Maharashtra Co-operative (PMC) Bank depositors met Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray, at his residence Matoshree, today. pic.twitter.com/tq4DcFIflI
— ANI (@ANI) December 15, 2019
एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि सरकार बैंक के जमाकर्ताओं को न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी. ‘‘मेरी सरकार आपके साथ सहयोग के लिए सभी कदम उठाएगी.’’
एक जमाकर्ता प्रीतपाल सिंह ने कहा कि वे पिछले तीन माह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर खाते पर संदेश डाल रहे हैं लेकिन उनकी समस्या का कोई हल नहीं हो पा रहा है. एक अन्य जमाकर्ता विजयन ने कहा कि यदि सरकार संकटग्रस्त बैंक का विलय किसी अन्य बैंक के साथ करना चाहती है तो हम इसका विरोध नहीं करेंगे. हम सिर्फ अपना पैसा वापस चाहते हैं.