नई दिल्ली, 25 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को मन की बात 2.0 की 17वीं कड़ी में देशवासियों को दशहरे के पर्व की शुभकामाएं दी. उन्होंने कहा कि दशहरे का ये पर्व, असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है. लेकिन, साथ ही, ये एक तरह से संकटों पर धैर्य की जीत का पर्व भी है. प्रधानमंत्री ने इस दौरान सावधानियों के साथ त्योहार मनाने की अपील की. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज, आप सभी बहुत संयम के साथ जी रहे हैं, मयार्दा में रहकर पर्व, त्योहार मना रहे हैं, इसलिए, जो लड़ाई हम लड़ रहे हैं, उसमें जीत भी सुनिश्चित है. पहले, दुर्गा पंडाल में, मां के दर्शनों के लिए इतनी भीड़ जुट जाती थी - एकदम, मेले जैसा माहौल रहता था, लेकिन, इस बार ऐसा नही हो पाया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले, दशहरे पर भी बड़े-बड़े मेले लगते थे, लेकिन इस बार उनका स्वरुप भी अलग ही है. रामलीला का त्योहार भी, उसका बहुत बड़ा आकर्षण था, लेकिन उसमें भी कुछ-न-कुछ पाबंदियां लगी हैं. पहले, नवरात्र पर, गुजरात के गरबा की गूंज हर तरफ छाई रहती थी, इस बार, बड़े-बड़े आयोजन सब बंद हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, अभी, आगे और भी कई पर्व आने वाले हैं. अभी ईद है, शरद पूर्णिमा है, वाल्मीकि जयंती है, फिर, धनतेरस, दिवाली, भाई-दूज, छठी मैया की पूजा है, गुरु नानक देव जी की जयंती है - कोरोना के इस संकट काल में, हमें संयम से ही काम लेना है, मर्यादा में ही रहना है.