इंदौर: मस्जिद में दाऊदी बोहरा समाज के धर्मगुरु से मिलेंगे पीएम मोदी, लोगों को करेंगे संबोधित
पीएम मोदी बोहरा समुदाय के इस कार्यक्रम स्थल सैफी मस्जिद पर 30 मिनट रुकेंगे. मध्य प्रदेश में दो महीने के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में पीएम का बोहरा मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरु से मिलने के कार्यक्रम के राजनीतिक मायने निकाले जाने लगे हैं.
नई दिल्ली: दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से भेंट के लिये PM नरेंद्र मोदी आज इंदौर पहुंचेंगे. बोहरा समाज के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब किसी प्रवचन कार्यक्रम में कोई प्रधानमंत्री शामिल होगा. शिवराज सरकार ने सैफुद्दीन को राजकीय अतिथि का दर्जा दिया है. जिलाधिकारी निशांत वरवड़े ने बताया कि दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु से मिलने के लिये प्रधानमंत्री के 14 सितंबर को यहां आने का कार्यक्रम संभावित है। इसके मद्देनजर जरूरी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं.
बता दें कि पीएम मोदी बोहरा समुदाय के इस कार्यक्रम स्थल सैफी मस्जिद पर 30 मिनट रुकेंगे. मध्य प्रदेश में दो महीने के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में पीएम का बोहरा मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरु से मिलने के कार्यक्रम के राजनीतिक मायने निकाले जाने लगे हैं. यह भी पढ़े-शुक्रवार को इंदौर जाएंगे पीएम मोदी, दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु से करेंगे मुलाकात
वही एक अनुमान के मुताबिक इंदौर में दाऊदी बोहरा समुदाय की आबादी 35,000 के आस-पास है। इस आबादी का करीब 40 प्रतिशत हिस्सा शहर के उस पश्चिमी क्षेत्र में बसा है, जहां सत्तारूढ़ BJP का सियासी दबदबा है. दाऊदी बोहरा समुदाय के ज्यादातर स्थानीय लोग परंपरागत रूप से व्यापार-व्यवसाय से जुड़े हैं. यह भी पढ़े-देश की बड़ी न्यूज एजेंसी ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ जोड़ा अशोभनीय शब्द, बवाल के बाद सुधारी गलती
इस बीच, दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रवक्ता ने बताया कि सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन के शहर आगमन के दौरान सांघी ग्राउंड पर हजारों लोगों ने धर्मगुरु का गर्मजोशी से इस्तकबाल किया. प्रवक्ता के मुताबिक अपने संक्षिप्त उद्बोधन में सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग में इंदौर के लगातार दूसरे साल अव्वल रहने पर शहरवासियों की तारीफ की.
बता दें कि सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन इंदौर 20 दिवसीय दौरे पर आए हैं. इस दौरान वे प्रवचन देने के साथ तीन मस्जिदों का उद्घाटन भी करेंगे. बोहरा समुदाय के धर्मगुरु से मिलने और उनके प्रवचन को सुनने के लिए 40 से ज्यादा देशों के करीब 1.7 लाख लोगों के इंदौर पहुंचने की उम्मीद है.