नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भूटान (Bhutan) के अपने समकक्ष लोटे शेरिंग (Lotay Tshering) के साथ व्यापक वार्ता के बाद उनकी 12वीं पंचवर्षीय योजना के लिए 4,500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की शुक्रवार को घोषणा की. मोदी ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि भूटान (Bhutan) के साथ हाइड्रो पावर (Hydro-power) पर सहयोग द्विपक्षीय संबंधों का अहम आयाम है और मांगेदाचू (Mangedachu) परियोजना पर काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. शेरिंग आम चुनावों में अपनी पार्टी की जीत के बाद पिछले महीने हिमालयी देश के प्रधानमंत्री बने थे.
कार्यभार संभालने के बाद वह अपनी पहली विदेश यात्रा पर गुरुवार को यहां पहुंचे. मोदी ने कहा कि उन्होंने भूटान के प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया है कि भारत एक विश्वस्त मित्र के तौर पर भूटान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा. उन्होंने कहा कि भूटान की 12वीं पंचवर्षीय योजना के लिए भारत 4,500 करोड़ रुपये देगा. शेरिंग ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी देश के पहले राष्ट्राध्यक्ष थे जिन्होंने चुनावी जीत पर उन्हें बधाई दी.
Addressing a joint press meet with Dr. Lotay Tshering, the PM of Bhutan. @PMBhutan https://t.co/knhmec7q8r
— Narendra Modi (@narendramodi) December 28, 2018
उन्होंने देश की विकासात्मक जरुरतों का समर्थन करने के लिए भी भारत का आभार व्यक्त किया. भूटान की नई पंचवर्षीय योजना इस साल शुरू होगी और 2022 तक चलेगी. इससे एक दिन पहले शेरिंग का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने भी शुक्रवार सुबह भूटान के प्रधानमंत्री से मुलाकात की.
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सुषमा ने भूटान के प्रधानमंत्री का पद संभालने के लिए शेरिंग को बधायी दी और दोनों नेताओं के बीच ‘‘विचारों का गर्मजोशीपूर्ण आदान-प्रदान’’ हुआ. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार (Ravish Kumar) ने यह जानकारी दी. भूटान के प्रधानमंत्री राजघाट पर महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की समाधि पर भी गए और बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की.