जम्मू-कश्मीर के भविष्य के लिए आज का दिन बेहद अहम, PM मोदी की अगुवाई में होगी सर्वदलीय बैठक, इन मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद
JK के मुद्दे पर पीएम की बैठक में आमंत्रित अधिकतर नेता दिल्ली पहुंचे (Photo Credits: PTI/File)

श्रीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) आज (गुरुवार) नई दिल्ली में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में मौजूदा स्थिति और आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे. जम्मू-कश्मीर के विभिन्न राजनीतिक दलों के 14 नेताओं को बैठक में आमंत्रित किया गया है. बताया जा रहा है कि बैठक में आमंत्रित किए गए चार पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित 14 नेताओं में से अधिकतर नई दिल्ली पहुंच गए हैं. All-Party Meeting: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती पहुंचीं दिल्ली, पीएम मोदी द्वारा बुलाई गई आज की सर्वदलीय बैठक में होंगी शामिल

प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुपकार गठबंधन ने बैठक में शामिल होने का प्रधानमंत्री का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और आज जम्मू-कश्मीर के सभी दलों की बैठक में यह गठबंधन भी शामिल होगा. हालांकि गुपकार गठबंधन बातचीत के दौरान अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दों पर अपने विचार रख सकता है. कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आज़ाद बैठक में भाग लेंगे.

गुरुवार को होने जा रही इस बैठक के लिए कोई एजेंडा तय नहीं किया गया है और जम्मू कश्मीर के नेताओं ने कहा कि वे खुले मन से इसमें शामिल होंगे. गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) के प्रवक्ता एवं माकपा नेता यूसुफ तारिगामी ने कहा, ‘‘हमें कोई एजेंडा नहीं दिया गया है. हम बैठक में यह जानने के लिए शामिल होंगे कि केंद्र क्या पेशकश कर रहा है.’’

तारिगामी उन 14 नेताओं में शामिल हैं जिन्हें प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गई बैठक में आमंत्रित किया गया है. अन्य आमंत्रित नेताओं में चार पूर्व मुख्यमंत्री-फारूक अब्दुल्ला, गुलाम नबी आजाद, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं. कम्युनिस्ट नेता ने कहा कि पीएजीडी ‘‘वहां जम्मू कश्मीर के लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए होगा.’’

इस बीच, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पार्टी के भीतर चर्चाओं का दौरा जारी रखा और देवेंद्र राणा के नेतृत्व में जम्मू के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से बुधवार को उनके आवास पर मिला. राणा ने कहा, ‘‘हमारा एकमात्र उद्देश्य एकल जम्मू कश्मीर, इसकी एकता एवं अखंडता को बरकरार रखने और जम्मू कश्मीर के लोगों की इच्छाओं तथा आकांक्षाओं को पूरा करने का है.’’

उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के लगभग दो साल बाद, एक महत्वपूर्ण पहल में, प्रधानमंत्री मोदी जम्मू से मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के साथ बैठक करेंगे. सूत्रों का कहना है कि केंद्रशासित प्रदेश में राजनीतिक गतिरोध को खत्म करने के लिए केंद्र मुख्यधारा के राजनीतिक दलों तक पहुंच बना रहा है. जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा बहाल करने की अटकलों के बीच यह बैठक हो रही है.