भगवाधारियों के खिलाफ दिए गए बयान के बाद भोपाल में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ मंदिर के बाहर लगे पोस्टर
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा भगवाधारियों के खिलाफ दिए गए बयान का विरोध शुरू हो गया हैं. उन्हें हिंदू विरोधी करार देते हुए राजधानी के कई मंदिरों के बाहर पोस्टर लगे हैं, जिसमें दिग्विजय के लिए मंदिरों के दरवाजे बंद किए जाने की मांग की गई है. बाद में दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर अपने बयान पर सफाई दी.
भोपाल : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) द्वारा भगवाधारियों के खिलाफ दिए गए बयान का विरोध शुरू हो गया हैं. उन्हें हिंदू विरोधी करार देते हुए राजधानी के कई मंदिरों के बाहर पोस्टर लगे हैं, जिसमें दिग्विजय के लिए मंदिरों के दरवाजे बंद किए जाने की मांग की गई है.
राजधानी के कई मंदिरों के बाहर गुरुवार की सुबह पोस्टर लगाए गए. इन पोस्टरों में एक तरफ दिग्विजय सिंह की तस्वीर है जिस पर लाल रंग से क्रास का निशान है. साथ ही लिखा है, 'हिंदू समाज की यही पुकार हिंदू विरोधी दिग्विजय सिंह के लिए मंदिरों के दरवाजे बंद हों, बंद हो'. इसमें निवेदक हिंदू समाज है. यह पोस्टर किसने लगाए है, यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. साथ ही जिस संगठन या व्यक्ति ने यह पोस्टर लगाए हैं, वह सामने नहीं आया है.
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गौरतलब है कि राजधानी में मंगलवार को संत समागम का आयोजन किया गया था, इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा, "भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं. भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार हो रहे हैं. मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं, क्या यही हमारा धर्म है? हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा. ऐसे कृत्यों को माफ नहीं किया जा सकता."
बाद में दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर अपने बयान पर सफाई दी . उन्होंने कहा, "हिंदू संत हमारी सनातन आस्था का प्रतीक हैं. इसीलिए उनसे उच्चतम आचरण की अपेक्षा है. यदि संत वेश में कोई भी गलत आचरण करता है, तो उसके खिलाफ आवाज उठनी ही चाहिए. सनातन धर्म, जिसका मैं स्वयं पालन करता हूं, उसकी रक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी ही है."