नई दिल्ली, 31 मई. दिल्ली सरकार द्वारा केंद्र से पांच हजार करोड़ रुपये की मदद मांगने पर दिल्ली भाजपा ने मनोज तिवारी ने सवाल उठाया है. उन्होंने ट्वीट कर दिल्ली सरकार से 22 मार्च से लेकर 29 मई तक टीवी, प्रिंट और इंटरनेट पर दिए गए विज्ञापन का हिसाब मांगा है. मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार से यह भी पूछा है कि अब तक दिल्ली में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अस्पतालों पर कितना खर्च किया गया, उसका भी हिसाब दें. केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली की जनता के लिए किए गए कामों का ब्यौरा देते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि केन्द्र ने 690 करोड़ रुपये जन धन खातों में जमा किया, 836 करोड़ रुपये का फ्री सिलेंडर बंटवाया, 243 करोड़ रुपयें दिव्यागों, विधवाओं, महिलाओं और सीनियर सिटीजन के खातों में डाला. लेकिन दिल्ली सरकार 768 करोड़ रुपये का राशन नही बांट पाई। ऐसे में उन्होंने सवाल किया है कि क्या विज्ञापन बांटने के लिए केन्द्र से पैसा मांगा जा रहा है?
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने रविवार को केन्द्र से 5000 करोड़ रुपये की राशि मांगी है। दिल्ली के वित्तमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके पास स्टाफ को सैलरी देने तक के पैसे नहीं हैं, इसलिए पैसा जल्द से जल्द दिया जाना चाहिए. सिसोदिया ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्रीय वित्तमंत्री को चिट्ठी लिखकर दिल्ली के लिए पांच हजार करोड़ रुपये की राशि की मांग की है. यह भी पढ़ें-कोरोना संकट के बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने केंद्र से मांगी 5000 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता
सिसोदिया के मुताबिक, कोरोना और लॉकडाउन की वजह से दिल्ली का टैक्स कलेक्शन करीब 85 प्रतिशत नीचे चल रहा है, इसलिए मदद की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र की ओर से बाकी राज्यों को जारी आपदा राहत कोष से कोई राशि दिल्ली को अब तक नहीं मिली है. सिसोदिया के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मदद के लिए ट्वीट किया है.