नवजोत सिंह सिद्धू ने विदेश मंत्री को लिखा पत्र, कहा- करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुलवाने के लिए पाक से करें बात
पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार बनने के बाद उसने दोस्ताना रिश्ता निभाते हुए श्री गुरु नानक देव जी के 550 प्रकाश पर्व पर श्री करतारपुर साहिब के कॉरिडोर खोलने को लेकर हरी झंडी दे दिया है. पाकिस्तान के इस फैसले के बाद क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिखाकर पाकिस्तान सरकार ने इस मामले पर बात करने को कहा है.
जालंधरः पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार बनने के बाद उसने दोस्ताना रिश्ता निभाते हुए श्री गुरु नानक देव जी के 550 प्रकाश पर्व पर श्री करतारपुर साहिब के कॉरिडोर खोलने को लेकर हरी झंडी दे दिया है. पाकिस्तान के इस फैसले के बाद क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिखाकर कहा है कि भारत-पाक विभाजन के बाद सिखों के कई ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पाक में चले गए थे. इसी में से एक गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब हैं. ऐसे में यदि पाकिस्तान श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने को लेकर वह राजी हो गया तो सरकार इस मामले में पाकिस्तान से बात करें ताकी लोग दर्शन के लिए वहां जा सके.
नवजोत सिंह सिद्धू ने आगे अपने पत्र में लिखा है कि उनके दौरे के बाद पाकिस्तान ने इस गुरुद्वारे का रास्ता बिना वीजा श्रद्धालुओं के लिए खोलने के लिए राजी हो गया है. इसलिए वे विदेश मंत्री से अनुरोध करतें है कि भारत सरकार इस मामले पर जल्द से जल्द बात करें. ताकि उनके चाहने वाले सिख समुदाय के लोग वहां पर जाकर उनका दर्शन कर सके. क्योंकि यह रास्ता खुलने से दोनों देशों के लोगों में प्यार और सद्भावना बढ़ेगी. ये भी पढ़े: पाक का बड़ा ऐलान: बिना वीजा कर सकेंगे गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन
गौरतलब हो कि इमरान खान के शपथ ग्रहण के दौरान सिद्धू पाकिस्तान गए थे. उस दौरान पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाया था. जिसके बाद भारत में उनका जमकर विरोध हुआ था. इसके बाद सिद्धू की तरह से सफाई आई थी कि आर्मी चीफ ने करतारपुर साहिब के कॉरिडोर खोलने को लेकर बात कहीं थी इसके लिए उन्होंने उन्हें गले लगाया था. ऐसे में पाकिस्तान द्वारा श्री गुरु नानक देव जी के 550 प्रकाश पर्व पर श्री करतारपुर साहिब के कॉरिडोर खोलने की मंजूरी मिलने के बाद जहां सिख समुदाय के लोगों में खुशी है . वहीं नवजोत सिंह सिद्धू इसे अपनी जीत मान रहें है.