नई दिल्ली: बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) की तुलना कथित तौर पर किन्नर से करने संबंधी बयान की निंदा करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women) ने सोमवार को बीजेपी विधायक साधना सिंह को नोटिस जारी कर कहा कि वह अपनी इस 'अनैतिक, अपमानजनक और गैरजिम्मेदाराना' टिप्पणी पर संतोषजनक स्पष्टीकरण दें. आयोग ने साधना सिंह (Sadhana Singh) के कथित बयान से जुड़ी खबरों का हवाला देते हुए कहा कि यह टिप्पणी 'बेहद आक्रामक, अनैतिक है तथा यह महिलाओं की गरिमा और सम्मान का अनादर करती है.'
उसने कहा, "आयोग जिम्मेदार पर पर बैठे लोगों की ओर से दिए जाने इस तरह के गैरजिम्मेदाराना बयान की निंदा करता है." महिला आयोग ने कहा कि बीजेपी विधायक नोटिस मिलने के बाद अपने कथित बयान के संदर्भ में आयोग को संतोषजनक स्पष्टीकरण दें. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में मुगलसराय क्षेत्र से बीजेपी विधायक साधना सिंह ने चंदौली जिले के करणपुरा गांव में शनिवार को आयोजित किसान कुंभ (Kumbh) कार्यक्रम में मायावती को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
उन्होंने बसपा प्रमुख का जिक्र करते हुए कहा, "हमको तो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री ना तो महिला लगती हैं और ना ही पुरुष. इनको तो अपना सम्मान ही समझ में नहीं आता. जिस महिला का इतना बड़ा चीरहरण हुआ लेकिन कुर्सी पाने के लिए उसने अपने सारे सम्मान को बेच दिया. ऐसी महिला मायावती का हम इस कार्यक्रम के माध्यम से तिरस्कार करते हैं."
Mayawati worse than a eunuch: BJP MLA Sadhana Singh says BSP supremo sold 'her dignity to get power'https://t.co/1LOsxz7AOM pic.twitter.com/74akSQP0vZ
— DNA (@dna) January 20, 2019
साधना ने आरोप लगाया था, "वह महिला नारी जात पर कलंक हैं . जिस महिला की आबरू को बीजेपी के नेताओं ने लुटते-लुटते बचाया उसी ने सुख-सुविधा के लिए अपमान को पी लिया. ऐसी महिला तो किन्नर से भी ज्यादा बदतर है. वह ना नर है, ना महिला है, उसकी किस श्रेणी में गिनती करनी है." बयान पर विवाद खड़े होने और चौतरफा आलोचना के बाद साधना ने माफी मांग ली थी.