नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए मैत्री पाइपलाइन के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया. इस दौरान वहां विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग दुनिया के लिए एक उदाहरण है. बता दें कि भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन परियोजना 130 किलोमीटर की है. यह भारत में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी को बांग्लादेश के दिनजपुर जिले के पर्वतीपुर से जोड़ेगी. यह 346 करोड़ रुपये की परियोजना 30 महीने में पूरी होगी. इसकी क्षमता 10 लाख टन सालाना की होगी.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस मौके पर पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सहयोग को दुनिया के लिए एक उदाहरण बताया है.दोनों देशों ने अप्रैल में विदेश सचिव विजय गोखले की ढाका यात्रा के दौरान इस पाइपलाइन के निर्माण के लिए करार किया था. यह भी पढ़े-शांतिनिकेतन: मोदी, हसीना ने सुरक्षा और राजनीति समेत कई द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की
Delhi: Prime Minister Narendra Modi & Bangladesh Prime Minister Sheikh Hasina jointly inaugurate India-Bangladesh Friendship Pipeline, via video conferencing. EAM Sushma Swaraj & Union Petroleum Minister Dharmendra Pradhan also present. pic.twitter.com/0Lqg85GAN3
— ANI (@ANI) September 18, 2018
PM मोदी ने कहा कि इस प्रस्तावित पाइपलाइन से न केवल बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था बल्कि दोनों देशों के संबंधों को भी ऊर्जा मिलेगी.
पाइपलाइन के अलावा दोनों नेताओं ने बांग्लादेश रेलवे की ढाका -टोंगी खंड और टोंगी जयदेवपुर खंड में तीसरी और चौथी ड्यूल गेज रेल लाइनों का भी उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ढाका-टोंगी-जयदेवपुर रेलवे परियोजना से दोनों देशों के बीच संपर्क सुधरेगा और राजस्व बढ़ेगा.