राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नरेंद्र मोदी को नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री का पत्र सौंपा, 30 मई को हो सकता है शपथ ग्रहण समारोह
नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर औपचारिक तौर पर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया.
एनडीए (NDA) संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) शनिवार को राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) पहुंचे और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) से मिलकर औपचारिक तौर पर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया. मुलाकात के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने आज मुझे प्रधानमंत्री के रूप में नामित करते हुए एक पत्र सौंपा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने मुझे नई सरकार बनाने का न्योता दिया है. मोदी ने कहा कि हमारी प्राथमिकता बिना समय गंवाए हुए काम करने की है. उन्होंने कहा कि जनाधार के साथ जन अपेक्षाएं जुड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि सरकार नए मिजाज के साथ काम करेगी. नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास, इसी मंत्र से भारत के हर क्षेत्र का विकास होगा. मैं एक बार फिर से देश को लोगों को धन्यवाद कहता हूं, उनकी उम्मीदों को पूरा करने में नई सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
इससे पहले एनडीए के नेताओं ने राष्ट्रपति से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया. रात लगभग साढ़े आठ बजे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) के नेतृत्व में एनडीए के नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और उन्हें सरकार बनाने का समर्थन पत्र सौंपा. जानकारी के मुताबिक, नरेंद्र मोदी 30 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. यह भी पढ़ें- NDA संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने बड़बोले सांसदों को दी नसीहत, कहा- 'छपास' और 'दिखास' के मोह से बचना चाहिए
बता दें कि नरेंद्र मोदी को शनिवार को बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का नेता सर्वसम्मति से चुन लिया गया. संसद के सेंट्रल हॉल में नवनिर्वाचित सांसदों और वरिष्ठ नेताओं की बैठक में मोदी का चुनाव किया गया. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मोदी के निर्वाचन के बाद कहा, ‘मोदी को सर्वसम्मति से 353 सांसदों के संसदीय दल का नेता चुना जाता है.' इस दौरान मोदी ने सांसदों और नेताओं का अभिवादन स्वीकार किया. एनडीए के वरिष्ठ नेताओं ने गठबंधन के नेता के तौर पर मोदी के चुनाव का समर्थन किया जिनमें जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल शामिल हैं. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव नतीजे 2019: बीजेपी को यूपी और बिहार में गठबंधन से हुआ फायदा, 120 में से 102 सीटों पर जमाया कब्जा
सेंट्रल हॉल में आयोजित बैठक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी भी एनडीए के अन्य नेताओं के साथ मंचासीन थे. शाह ने मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा और पूर्व पार्टी अध्यक्षों राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया.