नारदा स्टिंग मामले (Narada Sting Case) पश्चिम बंगाल के दो वरिष्ठ मंत्रियों और अन्य की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कल्याण बनर्जी (Kalyan Banerjee) ने कहा कि हम कोर्ट का रुख कर रहे हैं. आप जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कोविड-19 से संबंधित सुनवाई के दौरान फैसला सुनाया था कि पुलिस किसी भी व्यक्ति को बेवजह हिरासत में नहीं ले सकती, गिरफ्तार नहीं कर सकती. उसके बावजूद, सीबीआई (CBI) और पुलिस ने (हमारे सदस्यों को) गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल (Governor) ने राज्य सरकार के परामर्श के बिना प्रतिशोधी रूप से ऐसा किया है. यह भी पढ़ें- West Bengal: नारदा स्टिंग मामले में एक्शन के बाद TMC का बवाल, कार्यकर्ताओं ने CBI ऑफिस के बाहर की पत्थरबाजी.
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि राज्यपाल खून चूसने वाले बन गए हैं. वह अब बीजेपी से साल 2024 के चुनाव से पहले टिकट हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए वह टीएमसी के खिलाफ जो चाहें कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह राज्यपाल सनकी है और खून चूसने वाला है. उसे यहां एक मिनट भी नहीं रुकना चाहिए. पागल कुत्ते की तरह इधर उधर घूम रहा है.
ANI का ट्वीट-
We’re moving to court. You know SC made a judgment during COVID-19 times that police can't unnecessarily detain, arrest any person. Despite that, CBI & police have arrested (our members): TMC MP over the arrest of 4 TMC leaders by CBI pic.twitter.com/pzyTrKJSyz
— ANI (@ANI) May 17, 2021
That Governor is whimsical, and a bloodsucker. He should not stay here for even a minute. He is roaming around here like a mad dog: TMC MP Kalyan Banerjee
— ANI (@ANI) May 17, 2021
दरअसल, सीबीआई ने सोमवार को टीएमसी के नेता फरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी और मदन मित्रा के साथ पार्टी के पूर्व नेता शोभन चटर्जी को नारदा स्टिंग मामले में कोलकाता में गिरफ्तार किया. नारदा स्टिंग मामले में कुछ नेताओं द्वारा कथित तौर पर धन लिए जाने के मामले का खुलासा हुआ था. हकीम, मुखर्जी, मित्रा और चटर्जी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी लेने के लिए सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का रुख किया था. साल 2014 में कथित अपराध के समय ये सभी मंत्री थेय
धनखड़ ने चारों नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी थी जिसके बाद सीबीआई अपना आरोपपत्र तैयार कर रही है और उन सबको गिरफ्तार किया गया. इस बीच, टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में पार्टी के समर्थक कोलकाता में सीबीआई दफ्तर के बाहर बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सीबीआई कार्यालय पहुंचीं. तृणमूल कांग्रेस के समर्थक यहां झंडे लहरा रहे थे और सीबीआई तथा केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे.