भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) के मद्देनजर चुनावी पारा तेजी से बढ़ रहा है. ज्ञात हो कि राज्य में 29 संसदीय क्षेत्र हैं. इन क्षेत्रों में 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को मतदान होगा. छठे चरण में पड़ने वाले मुरैना (Morena) लोकसभा सीट पर 12 मई को वोट डाले जाएंगे. बीजेपी का गढ़ कही जानेवाली मुरैना लोकसभा सीट से बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर है. उनका मुकाबला मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राम निवास रावत से होने वाला है. वह कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाते है. इसके अलावा यहां से बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की तरफ से गुर्जर नेता करतार सिंह भड़ाना चुनाव लड़ रहे है. इस वजह से दिलचस्पी और भी बढ़ गई है.
साल 1967 में अस्तित्व में आए मुरैना संसदीय सीट पर सबसे पहले हुए चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी आत्मादास की जीत हुई थी. साल 1996 से यह सीट हर बार बीजेपी की झोली में आई. हालांकि यहां कांग्रेस के अलावा बीएसपी की भी हर चुनाव में मौजूदगी दिखाई पड़ी है. इस सीट के इतिहास की बात करें तो सबसे ज्यादा बीजेपी छह बार, कांग्रेस तीन बार जीती है.
मुरैना का 2014 में हाल-
अनूप मिश्रा (बीजेपी)- 3 लाख 75 हजार 567 वोट
बृंदावन सिंह सिकरवार (बीएसपी)- 2 लाख 42 हजार 586 वोट
डॉक्टर गोविंद सिह (कांग्रेस)- 1 लाख 42 हजार 253 वोट
मुरैना निर्वाचन क्षेत्र में आखिरी बार 1991 में कांग्रेस की जीत हुई थी. तब कांग्रेस ने बरेलाल जाटव के कारण जीत हासिल की थी. यहां से साल 2009 में पहली बार ग्वालियर के रहने वाले नरेंद्र सिंह तोमर चुनावी रण में उतरे थे. मुरैना सीट पर मुख्य तौर से मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच होना तय है.