हुर्रियत बातचीत को तैयार, बातचीत का मौका न छोड़े सरकार: महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'हुर्रियत के धड़े के द्वारा कहा जा रहा है कि वे बातचीत के लिए तैयार हैं. केंद्र सरकार कश्मीर समस्या खत्म करने के लिए अब आगे आना चाहिए इस मौके को छोड़ना नहीं चाहिए.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम व पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा है कि हुर्रियत (Hurriyat) का नरम धड़ा बातचीत के लिए तैयार है. अगर वे तैयार हैं तो केंद्र सरकार को इस अवसर का इस्तेमाल करते हुए हुर्रियत से बात करनी चाहिए. महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि कश्मीर समस्या की समाप्ति के लिए अगर हुर्रियत के नेता बातचीत के लिए तैयार हैं तो भारत सरकार को इस दिशा में पहल करनी चाहिए.
महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'हुर्रियत के धड़े के द्वारा कहा जा रहा है कि वे बातचीत के लिए तैयार हैं. केंद्र सरकार कश्मीर समस्या खत्म करने के लिए अब आगे आना चाहिए. बता दें कि हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने कश्मीरी नेतृत्व, नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच कश्मीर समेत सभी मुद्दों के समाधान के लिए त्रिपक्षीय बातचीत की मांग की है.
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दो दिन पहले हुर्रियत के सभी ग्रुप्स की एक मीटिंग हुई थी. इसमें सिविल सोसायटी, कुछ मुस्लिम प्रतिनिधि और कश्मीरी पंडितों ने हिस्सा लिया था. इस मीटिंग को कश्मीरी पंडितों के लिए हुर्रियत के बदलते रुख के तौर पर देखा जा रहा है. मीटिंग के बाद हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारुक ने कहा कि कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए रोडमैप बनाया जाना चाहिए.
इससे पहले जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने 22 जून को साफ किया था कि हुर्रियत सरकार से बात करने के लिए तैयार है. कहा जा सकता है कि घाटी में हालात सुधरे हैं. पहले हुर्रियत बात करने को ही तैयार नहीं थी.