मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कषगम और DMK ने राज्यसभा में उठाई सुप्रीम कोर्ट की क्षेत्रीय पीठों के स्थापना की मांग
समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित करने की मांग करते हुए एमडीएमके प्रमुख वाइको और डीएमके नेता पी. विल्सन ने सुप्रीम कोर्ट की क्षेत्रीय पीठों की स्थापना करने की मांग की. वाइको ने कहा कि देश के दक्षिणी हिस्सों के लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे कि भाषा की बाधा, अत्यधिक शुल्क, सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का लंबा समय.
समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित करने की मांग करते हुए मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कषगम (MDMK) प्रमुख वाइको और डीएमके नेता पी. विल्सन (P. Wilson) ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की क्षेत्रीय पीठों की स्थापना करने की मांग की. वाइको ने कहा कि देश के दक्षिणी हिस्सों के लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे कि भाषा की बाधा, अत्यधिक शुल्क, सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का लंबा समय. उन्होंने ये सभी कारण गिनाते हुए चेन्नई में एक क्षेत्रीय पीठ की स्थापना किए जाने की मांग की.
राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा, "उपरोक्त मुद्दों ने सुप्रीम कोर्ट से कानूनी मदद प्राप्त करने से समाज के कमजोर वर्गों को हतोत्साहित किया है." यह देखते हुए कि चार मई, 2018 तक सुप्रीम कोर्ट में 54,013 मामले लंबित थे, एमडीएमके नेता ने कहा कि एक और पीठ गठित करने से मामलों का बैकलॉग कम होगा और त्वरित न्याय भी सुनिश्चित होगा.
इसके अलावा डीएमके नेता पी. विल्सन ने भी क्षेत्रीय पीठ गठित करने की मांग करते हुए कहा कि संसदीय स्थायी समिति और विधि आयोग ने इस तरह के कदम की सिफारिश की थी. कई सदस्यों ने खुद को दोनों नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दे से जोड़ा. इस बीच राज्यसभा ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी को भी श्रद्धांजलि दी, जिनका 90 वर्ष की आयु में रविवार को निधन हो गया था.