इंफाल: पंजाब कांग्रेस (Congress) में कलह मचा हुआ है. इस बीच मणिपुर (Manipur) में भी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. पूर्वोत्तर राज्य में कई दिग्गज कांग्रेसी पार्टी आलाकमान से संतुष्ट नहीं है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (MPCC) के अध्यक्ष गोविंददास कोंथौजम (Govindas Konthoujam) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जबकि मंगलवार को कम से कम 8 कांग्रेस विधायको में बीजेपी में शामिल होने की खबर है. पंजाब में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए सभी के साथ मिलकर काम करूंगा: सिद्धू
बीते महीने ही कांग्रेस ने अपनी मणिपुर इकाई में बड़ा बदलाव किया था. यब कई वरिष्ठ पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई थी. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन पदाधिकारियों की नियुक्ति के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की थी.
कांग्रेस ने के रंजीत सिंह को मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कोषाध्यक्ष बनाया था. इसके अलावा 11 उपाध्यक्ष, 17 महासचिव और 17 सचिव भी नियुक्त किए गए थे. मणिपुर में अगले साल फरवरी या मार्च में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में कांग्रेस का टूटना बीजेपी के लिए फायदेमंद साबित होगा.
Manipur Pradesh Congress Committee (MPCC) president Govindas Konthoujam has resigned from his post. At least 8 Congress MLAs will join the BJP today: Sources
— ANI (@ANI) July 20, 2021
कांग्रेस में केवल वफादार लोगों की जरुरत: राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीते शुक्रवार को पार्टी के सोशल मीडिया स्वयंसेवकों को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी को केवल साहसी लोगों की जरूरत है, न कि उन लोगों की, जो बीजेपी से डरते हैं. गांधी ने कहा, बहुत सारे लोग कांग्रेस के बाहर हैं, जो डर नहीं रहे हैं, उनको अंदर लाओ. जो हमारे यहां डर रहे हैं, उनको बाहर निकालो. उन्होंने कहा, हमें बहादुर और साहसी लोगों की जरूरत है, यही हमारी विचारधारा है.
राहुल गांधी ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि पार्टी के साथ वफादार नहीं रहने पर कांग्रेस नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने में देर नहीं लगाने वाली है. राहुल ने यह टिप्पणी ऐसे समय पर की, जब पंजाब कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. इसके अलावा पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए उत्तराखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर और गुजरात जैसे राज्यों के लिए कमर कस रही है. (एजेंसी इनपुट के साथ)