नागरिकता संशोधन विधेयक और NRC एक ही सिक्के के दो पहलू, पश्चिम बंगाल में नहीं होने देंगे लागू- ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. हम दोनों का पुरजोर विरोध करेंगे. तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने कहा कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक कैब का मुद्दा अर्थव्यवस्था में सुस्ती से ध्यान हटाने को उठाया गया.
पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शुक्रवार को कहा कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) और नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. हम दोनों का पुरजोर विरोध करेंगे. तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने कहा कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक का मुद्दा अर्थव्यवस्था (Economy) में सुस्ती से ध्यान हटाने को उठाया गया. उन्होंने कहा कि अगर आप सभी समुदायों के लोगों को नागरिकता देंगे तो हम इसे स्वीकार करेंगे. लेकिन अगर आप धर्म के आधार पर भेदभाव करेंगे तो हम इसके खिलाफ लड़ेंगे.
ममता बनर्जी ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक को हम बंगाल में लागू नहीं होने देंगे. मैं दूसरी पार्टियों से भी इसका विरोध करने की मांग करती हूं. उन्होंने कहा कि आप (बीजेपी) नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा (Lok Sabha) और राज्यसभा में पास करा सकते हो क्योंकि आपके पास बहुमत है लेकिन हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे और अंत तक इसका विरोध करेंगे. यह भी पढ़ें- नागरिकता संशोधन बिल पर गोरखपुर के BJP सांसद रवि किशन बोले- 100 करोड़ हिंदुओं का देश है भारत.
गौरतलब है कि विपक्ष के कड़े विरोध की परवाह नहीं करते हुए विवादास्पद नागरिकता संशोधन विधेयक को नौ दिसंबर को लोकसभा में पेश किए जाने की संभावना है. वहीं, अगले दिन इसे सदन में चर्चा और पारित कराए जाने के लिए लिया जा सकता है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को इस विधेयक को अपनी मंजूरी दी थी. यह विधेयक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से शरणार्थी के तौर पर आए उन गैर मुसलमानों को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान करता है, जिन्होंने वहां धार्मिक उत्पीड़न झेला है. उधर, कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने एक बैठक की है और इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ बीजेपी को घेरने के लिए आठ सूत्रीय एजेंडा तय किया है.