पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शुक्रवार को कहा कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) और नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. हम दोनों का पुरजोर विरोध करेंगे. तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने कहा कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक का मुद्दा अर्थव्यवस्था (Economy) में सुस्ती से ध्यान हटाने को उठाया गया. उन्होंने कहा कि अगर आप सभी समुदायों के लोगों को नागरिकता देंगे तो हम इसे स्वीकार करेंगे. लेकिन अगर आप धर्म के आधार पर भेदभाव करेंगे तो हम इसके खिलाफ लड़ेंगे.
ममता बनर्जी ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक को हम बंगाल में लागू नहीं होने देंगे. मैं दूसरी पार्टियों से भी इसका विरोध करने की मांग करती हूं. उन्होंने कहा कि आप (बीजेपी) नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा (Lok Sabha) और राज्यसभा में पास करा सकते हो क्योंकि आपके पास बहुमत है लेकिन हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे और अंत तक इसका विरोध करेंगे. यह भी पढ़ें- नागरिकता संशोधन बिल पर गोरखपुर के BJP सांसद रवि किशन बोले- 100 करोड़ हिंदुओं का देश है भारत.
West Bengal CM Mamata Banerjee: Citizenship Amendment Bill (CAB) & National Register of Citizens (NRC) are two sides of the same coin. We won't allow implementation of CAB in Bengal.I urge other political parties to not support CAB. pic.twitter.com/YMTXJ6B1fn
— ANI (@ANI) December 6, 2019
गौरतलब है कि विपक्ष के कड़े विरोध की परवाह नहीं करते हुए विवादास्पद नागरिकता संशोधन विधेयक को नौ दिसंबर को लोकसभा में पेश किए जाने की संभावना है. वहीं, अगले दिन इसे सदन में चर्चा और पारित कराए जाने के लिए लिया जा सकता है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को इस विधेयक को अपनी मंजूरी दी थी. यह विधेयक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से शरणार्थी के तौर पर आए उन गैर मुसलमानों को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान करता है, जिन्होंने वहां धार्मिक उत्पीड़न झेला है. उधर, कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने एक बैठक की है और इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ बीजेपी को घेरने के लिए आठ सूत्रीय एजेंडा तय किया है.