पुणे, 6 मई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के अपने पद पर बने रहने के फैसले के एक दिन बाद शनिवार को उन्होंने अपने गृह क्षेत्र बारामती में भतीजे और विपक्ष के नेता (विधानसभा) अजित पवार की पीठ थपथपाई. निर्वाचक दलों और पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा माला, गुलदस्ते और शॉल के साथ शरद पवार का नायक की तरह स्वागत किया गया. उन्होंने अजित पवार को 2 मई से एनसीपी प्रमुख का पद छोड़ने का संकेत दिया था, जिसने पार्टी के अंदर और बाहर एक बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल पैदा कर दी थी.
83 वर्षीय पवार ने स्थानीय मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "हालांकि, उनकी (अजित की) छवि को अनावश्यक रूप से खराब किया जा रहा है."शुक्रवार को मीडिया कांफ्रेंस में अजित पवार के शामिल नहीं होने पर पवार ने कहा, "वह पार्टी और लोगों के साथ हैं.. उनकी गैरमौजूदगी पर ज्यादा ध्यान न दें.. उन्होंने पार्टी में काफी योगदान दिया है." Karnataka Election 2023: कर्नाटक के लोग 10 मई को बताएंगे कि वे किस मिट्टी से बने हैं, BJP पर बरसी सोनिया गांधी
पवार ने दोहराया कि वह 24 वर्ष पुरानी एनसीपी के लिए एक उत्तराधिकार योजना तैयार करेंगे, लेकिन फिलहाल ध्यान 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों पर होगा.
चार बार के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्र में रक्षा मंत्री रहे ने पवार ने अगले साल समान विचारधारा वाले सभी दलों को एक साथ लाने और संसदीय चुनावों के लिए एकजुट करने की अपनी प्रतिबद्धता जताई.