Maharashtra Politics: राज ठाकरे का फुस्स हुआ मराठा कार्ड, अब राम के सहारे चमकाएंगे राजनीति, जाएंगे अयोध्या
राज ठाकरे व अयोध्या (Photo Credits FB/Wikimedia Commons)

मुंबई: मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने शनिवार को गुड़ी पड़वा के मौके पर ऐलान करते हुए कहा कि वे अयोध्या जायेंगे और राम लला के दर्शन करेंगे. हालांकि वे कब जाएंगे उन्होंने तारीख नहीं बताया. लेकिन राज ठाकरे के इस घोषणा के बाद राजनीतिक चर्चाएं होने लगी है कि राज ठाकरे का "मराठी मानुष कार्ड' नहीं चलने के बाद वे अब राम के नाम पर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं. उन्हें लग रहा है उनके अयोध्या जाने से पार्टी को फायदा होगा. क्योंकि शिवसेना भले ही हिंदुत्व की बात करती है लेकिन वह बीजेपी का साथ छोड़ने के बाद उस रास्ते से भटक गई है.

मनसे प्रमुख के बयान से तो यही लगता है कि उनकी पकड़ महाराष्ट्र के मराठी  मानुष के बीच नहीं रह गई है. ऐसे में अब बीजेपी की तरह हिंदुत्व का कार्ड खेला जाए तो  जरूर लोग उनके साथ आयेंगे. मनसे हिंदुत्व के राह पर है यह दिखने के लिए ही राज ठाकरे ने भरी सभा में शनिवार को मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर को लेकर सरकार को चेतावनी दिया, उन्होंने कहा कि यदि लाउडस्पीकर बंद नहीं हुए तो मस्जिदों के बाहर तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजेंगे. यह भी पढ़े: Mumbai: संजय राउत का राज ठाकरे पर जुबानी हमला, कहा – BJP-शिवसेना में क्या हुआ है वो हम देख लेंगे, तीसरे की जरूरत नहीं

राज ठाकरे के इन बयानों को लेकर शिवसेना ने भी घेरा. शिवसेना नेता संजय राउत ने राज ठाकरे पर तंज सकते हुए कहा कि  निकाय चुनाव के नतीजों के बाद ही उद्धव ठाकरे का ढ़ाई साल का मुख्यमंत्री पद वाले वादे की याद आ रही है. इनकी अकल इतनी देर बाद खुली है. भाजपा और शिवसेना में क्या हुआ है वो हम दोनों देख लेंगे. हमें तीसरे की ज़रूरत नही है. दरअसल राज ठाकरे ने अपने भाषण के दौरान शिवसेना और बीजेपी के सीएम पद को लेकर चुनाव बाद हुई तकरार को लेकर भी उन्होंने उद्धव ठाकरे पर सवाल उठाया.

बता दें कि पिछले साल जनवरी में राज ठाकरे ने अपनी पार्टी का चौरंगी झंडा बदलकर भगवा रंग दिया और शिवाजी की मुहर को अपनाया था. राज ठाकरे ने मंच पर सावरकर की फोटो सजाकर हिंदुत्व की दिशा में कदम बढ़ाने के मंसूबे जाहिर करते हुए कहा था कि ये वो झंडा था, जो पार्टी की स्थापना करते वक्त उनके मन में था और हिंदुत्व उनके डीएनए में है.