मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) को गुरुवार को देहरादून जाने के लिए राज्य सरकार द्वारा सरकारी हेलीकॉप्टर नहीं देने पर राजनीति गरमा गई है. महाराष्ट्र में पूर्व मुख्यमंत्री व विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस ने सरकार के इस रवैये पर एतराज जताया है. वहीं राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने भी राज्यपाल के साथ हुए इस रवैये पर सरकार पर निशाना है. मनसे नेता बाला नांदगांवकर (Bala Nandgaonkar) ने कहा राज्यपाल के साथ जो भी हुआ बहुल गलत हुआ. इसके पहले महाराष्ट्र में ऐसा नहीं हुआ था. वहीं उन्होंने कहा सीएम और राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद होता है. इसका सभी को सम्मान करना चाहिए.
वहीं इसके पहले केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने महाराष्ट्र सरकार के रवैये पर एतराज जताया. उन्होंने दिल्ली में मीडिया के बातचीत में कहा कि राज्य सरकार का यह रवैया बहुत गलत है. राज्यपाल को सरकारी विमान का उपयोग करने का अधिकार है. यह राज्यपाल का अपमान है. मुख्यमंत्री को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र में राज्यपाल को सरकारी हेलीकॉप्टर इस्तेमाल की अनुमति न देने को लेकर सियासत शुरू, रामदास अठावले बोले-सीएम को माफी मांगनी चाहिए
Whatever happened is very bad. Maharashtra has never seen such a thing in the past. Governor is a constitutional post & must be respected. At the same time, Governor should also respect the state. CM & Gov are important posts & they must respect each other: Bala Nandgaonkar, MNS pic.twitter.com/aDGwhR8iHW
— ANI (@ANI) February 11, 2021
दरअसल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र से देहरादून जाना था. वे गुरुवार को सरकारी हेलीकॉप्टर से देहरादून पहुंचने के बाद मसूरी में एक समारोह में शामिल होना था. लेकिन महाराष्ट्र सरकार द्वारा जब उन्हें सरकारी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल नहीं करने दिया गया. तब उनके सहयोगियों ने उनके लिए तुरंत कॉमर्शियल टिकट बुक किया. जिसके बाद वे आम आदमी की तरह विमान में सवार होकर देहरादून पहुंचे.