Maharashtra Elections 2024: MNS ने जारी की 45 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, राज ठाकरे के बेटे अमित माहिम से लड़ेंगे चुनाव
Raj Thackeray | PTI

मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए अपने 45 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची में सबसे प्रमुख नाम एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे का है, जिन्हें माहिम विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है. अमित ठाकरे के इस चुनावी मैदान में उतरने को लेकर पहले से ही अटकलें लगाई जा रही थीं, और अब इसे पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर घोषित कर दिया गया है.

Maharashtra Elections 2024: महायुति में सीट शेयरिंग फाइनल! BJP को मिलेंगी 152-155 सीटें; रिपोर्ट.

अमित ठाकरे की एंट्री: चुनावी राजनीति में नया चेहरा

अमित ठाकरे अपने चचेरे भाई आदित्य ठाकरे के बाद चुनाव लड़ने वाले ठाकरे परिवार के दूसरे सदस्य बन गए हैं. जहां आदित्य ठाकरे ने शिवसेना के माध्यम से अपनी चुनावी यात्रा शुरू की थी, वहीं अमित ठाकरे अपने पिता राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस का प्रतिनिधित्व करेंगे. माहिम क्षेत्र में अमित ठाकरे की उम्मीदवारी को लेकर काफी चर्चाएं थीं, और यह फैसला राज ठाकरे ने खुद लिया. यह माना जा रहा है कि एमएनएस को इस क्षेत्र में एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में पेश करने के लिए अमित को मैदान में उतारा गया है.

MNS की पहली लिस्ट

पार्टी के भीतर असंतोष

हालांकि, अमित ठाकरे की उम्मीदवारी को लेकर पार्टी के भीतर असंतोष की खबरें भी आई हैं. वरिष्ठ एमएनएस नेता और पूर्व विधायक नितिन सरदेसाई इस फैसले से नाराज बताए जा रहे हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, सरदेसाई इस अहम बैठक में शामिल नहीं हुए, जिसमें उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार की गई थी. हालांकि, पार्टी के सूत्रों का कहना है कि उन्होंने पहले ही राज ठाकरे को अपनी अनुपस्थिति के बारे में जानकारी दे दी थी.

माहिम विधानसभा क्षेत्र: शिवसेना और एमएनएस के बीच करीबी मुकाबला

माहिम विधानसभा क्षेत्र में हमेशा से शिवसेना और एमएनएस के बीच कड़ा मुकाबला रहा है. 2009 में एमएनएस ने यहां जीत दर्ज की थी, लेकिन 2014 और 2019 के चुनावों में शिवसेना के सदा सरवणकर ने बढ़त बनाई. हालांकि, दोनों चुनावों में एमएनएस ने शिवसेना को कड़ी टक्कर दी थी. अब अमित ठाकरे के चुनावी मैदान में आने से इस बार मुकाबला और भी दिलचस्प होने की उम्मीद है.

एमएनएस की रणनीति इस बार उन निर्वाचन क्षेत्रों पर फोकस करने की है जहां पार्टी की पकड़ मजबूत है और जीत की संभावना ज्यादा है. अमित ठाकरे को माहिम से उतारने का फैसला भी इसी रणनीति का हिस्सा है.