मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में महा विकास आघाड़ी नेतृत्व वाली उद्धव सरकार के मंदिरों को खोलने की अनुमति नहीं देने के विरोध में विपक्षी दल बीजेपी ने कई शहरों में प्रदर्शन किया. जबकि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने पाबंदियों का उल्लंघन करते हुए मुंबई से सटे ठाणे और पालघर जिले में ‘दही हांडी’ (Dahi Handi) का त्योहार धूमधाम से मनाया. जिसके बाद पुलिस भी हरकत में आई और आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज किया. ‘दही हांडी’ उत्सव मनाने के लिए मनसे कार्यकर्ताओं ने पाबंदियों को रखा ताक पर
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा “केंद्र सरकार ने यह भी कहा है कि कोविड-19 (COVID-19) की तीसरी लहर की उम्मीद है और राज्यों को एक पत्र के माध्यम से दही हांडी और गणेशोत्सव (Ganeshotsav) के दौरान भीड़ से बचने के लिए कहा है. हम यह पत्र उन्हें दिखाना चाहिए जो विरोध करना चाहते हैं.”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कुछ लोग यात्राएं निकालना चाहते हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. लोग आयोजन कर रहे हैं और आम आदमी के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं. दरअसल महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक रूप से पर्व-त्योहार मनाने पर प्रतिबंध लगाया है. जिसका बीजेपी समेत राज्य के कई दल विरोध कर रहे है.
Some people want to take out yatras. This is so unfortunate. People are organizing events and putting the life of the common man in danger: Maharashtra CM Uddhav Thackeray https://t.co/scoWSqpaw2
— ANI (@ANI) August 31, 2021
सोमवार को बीजेपी के आध्यात्मिक आघाड़ी द्वारा पुणे, मुंबई, नासिक, नागपुर, पंढरपुर, औरंगाबाद और अन्य स्थानों पर प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने घंटी बजाई और शंख बजाया. पुणे और औरंगाबाद में तो कार्यकर्ताओं ने बंद मंदिरों में जबरन घुसने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. कई जगहों पर धरना प्रदर्शन के दौरान सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया गया.
पुणे शहर में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने राज्य सरकार द्वारा शराब और अन्य दुकानों को संचालन की अनुमति देने लेकिन मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों को खोलने की इजाजत नहीं देने पर सवाल उठाया. पाटिल ने सवाल किया, ‘‘क्या महामारी की संभावित तीसरी लहर का डर शराब की दुकानों और अन्य दुकानों पर लागू नहीं होता है? उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल शिवसेना अपने सहयोगियों- काr btn btn-clear" type="submit">