Aurangabad Row: औरंगाबाद पर CM उद्धव ठाकरे बोले- औरंगजेब सेक्युलर नहीं था, सेक्युलरिज्म के शब्द में कहीं फिट नहीं बैठता
महाराष्ट्र (Maharashtra) में औरंगाबाद (Aurangabad) का नाम बदले जाने को लेकर सियासी जुबानी जंग तेज हो गई है. इस बीच सुबे के सीएम CM उद्धव ठाकरे का एक बयान आया है. उन्होंने कहा कि सेक्युलरिज्म की हमारी विचारधारा में औरंगजेब (Aurangzeb) कहीं फिट नहीं. सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा, औरंगजेब सेक्युलर नहीं था इसलिए धर्मनिरपेक्ष के एजेंडे में फिट नहीं बैठता है. दरअसल मामला उस वक्त सियासी रंग लेना शुरू किया जब मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के पिछले दिनों एक ट्वीट में औरंगाबाद का जिक्र संभाजीनगर के तौर पर किया गया था. इस ट्वीट का कांग्रेस ने विरोध किया. जिसके बाद शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं का बयाना आना शुरू हो गया.
मुंबई:- महाराष्ट्र (Maharashtra) में औरंगाबाद (Aurangabad) का नाम बदले जाने को लेकर सियासी जुबानी जंग तेज हो गई है. इस बीच सुबे के सीएम CM उद्धव ठाकरे का एक बयान आया है. उन्होंने कहा कि सेक्युलरिज्म की हमारी विचारधारा में औरंगजेब (Aurangzeb) कहीं फिट नहीं. सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा, औरंगजेब सेक्युलर नहीं था इसलिए धर्मनिरपेक्ष के एजेंडे में फिट नहीं बैठता है. दरअसल मामला उस वक्त सियासी रंग लेना शुरू किया जब मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के पिछले दिनों एक ट्वीट में औरंगाबाद का जिक्र संभाजीनगर के तौर पर किया गया था. इस ट्वीट का कांग्रेस ने विरोध किया. जिसके बाद शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं का बयाना आना शुरू हो गया.
बता दें कि इससे पहले संजय राउत ने भी सवाल पूछा था. उन्होंने कहा था कि सरकारी कागजात में संभाजी का नाम का इस्तेमाल करना गुनाह है क्या. जबकि ठाकरे सरकार में मंत्री और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रमुख बालासाहेब थोराट ने इसका विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस औरंगाबाद का नाम बदले जाने का विरोध करती है. शहरों का नाम बदलना एमवीए सरकार के साझा न्यूनतम कार्यक्रम (CMP) के एजेंडे में शामिल नहीं है. उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम किसी भी शहर का नाम बदलने का विरोध कर रहे हैं, ताकि सामाजिक सद्भाव कायम रहे. औरंगाबाद का नाम बदलने पर गिर सकती है उद्धव सरकार: रामदास आठवले
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि कि शिवसेना पिछले कुछ दशकों से मांग कर रही है कि औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर रखा जाए. हालांकि, पार्टी अब कांग्रेस के साथ गठबंधन में सरकार चला रही है, जिसने इस प्रस्ताव का लगातार विरोध किया है. जबकि विरोधी दल ने संभाजीनगर का समर्थन किया है. वहीं संभाजीनगर को लेकर सियासी पारा तेज होने लगा है. जो इशारा करता है कि आने वाले समय में इसका हल नहीं निकला तो महा विकास अघाड़ी में बड़ा उलटफेर देखा जा सकता है.