महाराष्ट्र: सीएम देवेंद्र फडणवीस ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने की संभावना से किया इनकार
अशोक चव्हाण के बयान पर हल्की चुटकी लेते हुए सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस नेता को भविष्य का अनुमान लगाने की आदत हो गई है क्योंकि पार्टी में उनके पास कोई काम नहीं रह गया है.
महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने लोकसभा (Lok Sabha) और राज्य में विधानसभा चुनाव एक साथ होने की संभावना से शुक्रवार को इनकार किया. उनका बयान ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही प्रदेश कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने अनुमान लगाया था कि दोनों चुनाव साथ होंगे और उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनाव के लिए तैयार रहने का आह्वान किया था. अशोक चव्हाण के बयान पर हल्की चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस नेता को भविष्य का अनुमान लगाने की आदत हो गई है क्योंकि पार्टी में उनके पास कोई काम नहीं रह गया है.
पालघर जिले में एक कार्यक्रम के बाद देवेंद्र फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा कि अशोक राव को विपक्ष की बेंचों पर फिर से बैठने की हड़बड़ी नहीं करनी चाहिए. हम चुनाव (क्रमश: उनके निर्धारित) समय पर कराने जा रहे हैं. हमारा (विधानसभा) चुनाव समय से पहले कराने का इरादा नहीं है. लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं जबकि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर में होने की संभावना है.
बता दें कि कांग्रेस ने दावा किया था कि महाराष्ट्र विधानसभा बजट पेश करने के बाद 28 फरवरी को भंग हो सकती है. ऐसा आगामी लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव के लिए मार्ग प्रशस्त करने के लिए किया जा सकता है. औरंगाबाद में गुरुवार रात कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की एक रैली को संबोधित करते हुए राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि राज्य सरकार इस बार एक साथ चुनाव कराने की योजना बना रही है. यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र में 57 फर्जी डॉक्टर 4 साल तक करते रहे मरीजों का इलाज, अब हुआ रैकेट का भंडाफोड़
चव्हाण ने कहा कि इस महीने बजट पेश होने के बाद राज्य विधानसभा तत्काल भंग कर दी जाएगी. इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य के सभी पार्टी कार्यकर्ताओंको कार्य में जुट जाना चाहिए.
भाषा इनपुट