विधानसभा चुनाव 2019: महाराष्ट्र-हरियाणा में 21 अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट, जानें दोनों राज्यों से जुड़े अहम आंकड़े
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर

महाराष्ट्र (Maharashtra) और हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) के तारीखों का लोगों को बड़े ही बेसब्री से इंतजार था. जो आज लोगों का वह इंतजार खत्म हुआ. चुनाव आयोग (Election Commission) ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि इन दोनों राज्यों में 21 अक्टूबर को एक ही चरण ने वोट डाले जाएंगे. जिन वोटों की गिनती 24 अक्टूबर को की जाएगी. चुनाव आयोग के तारीखों के ऐलान के बाद आज से इन दोनों राज्यों में आचार सहित लग जाएगी. बता दें कि दोनों राज्यों में बीजेपी के मुख्यमंत्री काबिज है. महाराष्ट्र में हालांकि, देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की सरकार के पास पूर्ण बहुमत नहीं है, उसे शिवसेना का समर्थन हासिल है.

बता दें कि मोदी लहर के चलते बीजेपी ने इन राज्यों में 2014 में शानदार प्रदर्शन किया था. दोनों राज्यों में बीजेपी ने कांग्रेस से सत्ता हथियाई थी. महाराष्ट्र में तो कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन 1999 से सत्ता पर काबिज था. आइए जानते हैं इन दोनों राज्यों से जुड़े कुछ अहम सियासी आंकड़े. यह भी पढ़े: Assembly Elections 2019: महाराष्ट्र और हरियाणा में 21 अक्टूबर को होंगे विधानसभा चुनाव, 24 को आएंगे नतीजे

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2014 नतीजे:

कुल सीट: 288

बीजेपी: 122

शिवसेना: 63

कांग्रेस: 42

एनसीपी: 41

बहुजन विकास अघाडी: 3

MIM: 2

MNS: 1

राष्ट्रिय समाज पक्ष: 1

सपा: 1

अन्य: 7

मुख्यमंत्री: देवेंद्र फडणवीस

विधानसभा अध्यक्ष: हरिभाऊ बागडे

बता दें कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी का साथ लड़ना लगभग तय माना जा रहा है. वहीं, शिवसेना-बीजेपी में भी गठबंधन होने की संभावना है. वहीं, राज ठाकरे अपने दम पर मैदान में उतरेगी.

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2014 नतीजे:

कुल सीट: 90

बीजेपी: 47

INLD: 19

कांग्रेस: 15

हरियाणा जनहित कांग्रेस: 2

बहुजन समाज पार्टी: 1

अन्य: 5

मुख्यमंत्री: मनोहर लाल खट्टर

विधानसभा अध्यक्ष: कंवरपाल गुर्जर

बता दें कि 2009 में कांग्रेस ने इस सूबे की 90 में से 40 सीट जीती थी. हरियाणा जनहित कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भूपेंद्र सिंह हूडा मुख्यमंत्री बने थे. बीजेपी को तब महज 4 सीटों पर ही संतुष्ट करना पड़ा था.