मध्य प्रदेश में जारी सियासी घटनाक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. दिल्ली में सुबह अपने आवास से निकलकर सिंधिया सीधे गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे और इसके बाद शाह के साथ ही वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पहुंच गए. करीब एक घंटे तक पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बैठक चली. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सिंधिया अमित शाह की कार में बैठकर ही बाहर निकले. इस मुलाकात के बाद ऐसे संकेत मिले हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस को अलविदा कहकर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. वह मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराने के लिये बीजेपी से हाथ मिला सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी राज्यसभा भेज सकती है और इस तरह उन्हें संसद सत्र के बाद कैबिनेट विस्तार कर मोदी सरकार में शामिल किया जा सकता है.
प्रदेश सरकार में कांग्रेस के कई मंत्रियों सहित 12 से अधिक विधायकों के बेंगलूर जाने की खबर हैं. इन विधायकों के कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थक बताया जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि ये विधायक इस्तीफा दे सकते हैं जिससे कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जायेगी. मध्य प्रदेश में यह राजनीतिक स्थिति ऐसे समय में उत्पन्न हुई है जब प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. सिंधिया समर्थक विधायकों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अपनी अनदेखी से क्षुब्ध हैं. रिपोर्ट्स की माने तो बीजेपी इस मामले में संसदीय दल की बैठक बुला सकती है.
बीजेपी ने आज ही भोपाल में पार्टी विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. सूत्रों ने बताया कि यह बैठक मंगलवार शाम छह बजे आहूत की गई है और भाजपा ने अपने सभी 107 विधायकों को इसमें शामिल होने के लिए कहा है.इससे पहले सोमवार रात को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गृह मंत्री एवं बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह से मुलाकात की थी. रिपोर्ट्स के अनुसार दोनों नेताओं के बीच यह बैठक करीब दो घंटे चली. समझा जा रहा है कि इस बैठक में मध्य प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा हुई.