नई दिल्ली, 2 जनवरी 2021. देश में कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. केंद्र से किसान सीधी टक्कर लें रहे हैं. राजधानी दिल्ली (Delhi) में चल रहे विरोध प्रदर्शन में ठंड के कारण कई किसानों की जान भी गई है. इसी बीच मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर में एक किसान ने आत्महत्या कर ली है. इस किसान ने सुसाइड करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के नाम एक पत्र भी छोड़ा है. एमपी में किसान द्वारा आत्महत्या के मामले को लेकर कांग्रेस अब केंद्र पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस ने केंद्र से पूछा है कि आखिर कब जागोगे सरकार.
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि दिल्ली की सीमाओं से लेकर मध्यप्रदेश के खेतों तक भाजपाई व्यवस्था किसान की हत्या कर रही है. आमदनी दोगुनी करने का दावा करने वाली सत्ता किसान का गला घोंट रही है. सीधे प्रधानमंत्री का नाम लेकर जान देने लगे हैं किसान। आखिर कब जागोगे सरकार? यह भी पढ़ें-Farmers Protest: किसानों की तरफ दबाव बनाने की कवायद शुरू, 23 जनवरी को राजभवन तक निकालेंगे मार्च तो 26 जनवरी के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर किसान परेड की घोषणा
कांग्रेस का ट्वीट-
दिल्ली की सीमाओं से लेकर मध्यप्रदेश के खेतों तक भाजपाई व्यवस्था किसान की हत्या कर रही है।
आमदनी दोगुनी करने का दावा करने वाली सत्ता किसान का गला घोंट रही है।
सीधे प्रधानमंत्री का नाम लेकर जान देने लगे हैं किसान। आखिर कब जागोगे सरकार?https://t.co/GOSEG9byCN
— Congress (@INCIndia) January 2, 2021
रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले एक गांव में बिजली वितरण कंपनी द्वारा लगातार परेशान किये जाने के कारण किसान ने आत्महत्या की है. पीएम मोदी के नाम छोड़े अपने पत्र में किसान ने कहा है कि उसके शरीर के हर एक हिस्से को बेचकर कंपनी का जो भी बकाया है वह चुकाया जाए. मृतक किसान के परिवार ने आरोप लगाया है कि बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियों ने कोरोना महामारी के बीच 88 हजार बकाया बिजली बिल के लिए उसे काफी प्रताड़ित किया है.