‘भारत महान नहीं, भारत बदनाम है’- पत्रकार के सवाल पर बोले मध्य प्रदेश के पूर्व CM कमलनाथ

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शुक्रवार को कोविड-19 महामारी से निपटने के तरीके को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने पीएम मोदी की कोरोना वायरस से निपटने की रणनीति को विफल करार दिया. सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया, जिससे सियासी पारा चढ़ने के पूरे असार है.

पूर्व सीएम कमलनाथ (Photo Credits: ANI)

भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने शुक्रवार को कोविड-19 महामारी से निपटने के तरीके को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने पीएम मोदी की कोरोना वायरस से निपटने की रणनीति को विफल करार दिया. सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया, जिससे सियासी पारा चढ़ने के पूरे असार है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण आज दुनिया के लिए भारत महान नहीं, भारत बदनाम हो गया है. कोरोना की दूसरी लहर के लिए प्रधानमंत्री जिम्मेदार, टीकाकरण की गति यही रही तो और लहरें आएंगी : राहुल गांधी

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा “भारत की छवि दुनिया में बहुत बिगड़ी हुई है. मैं तो कहता हूँ कि भारत महान नहीं, भारत बदनाम है. सब देशों ने भारत के लोगों को अपने यहां आने से प्रतिबंधित किया है, रोक लगाई है. भारत के जो लोग दुसरे देशों में टैक्सी चलाते है, उनकी टैक्सी में कोई बैठने को तैयार नहीं है. इतना बदनाम किया गया है अपने देश को.”

कांग्रेस के दिग्गज नेता इतने पर ही नहीं रुके और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा “मोदी जी कहते थे हमने कोविड की लड़ाई जीत ली है. कहते थे हम विश्व की फार्मेसी है. और आज कहते है ग्लोबल टेंडर निकालों, वैक्सीन लाओ.”

उल्लेखनीय है कि बीजेपी की ओर से कोविड-19 महामारी को लेकर लोगों में भय फैलाने के आरोप में कमलनाथ के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिसको लेकर कई बार बीजेपी के नेताओं और कमलनाथ के बीच जुबानी जंग छिड़ चुकी है.

बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अपनी टिप्पणी के जरिए कोरोना वायरस महामारी को लेकर लोगों में दहशत पैदा कर रहे हैं. जबकि दूसरी ओर कमलनाथ का कहना है कि शिवराज सरकार उन्हें चुप कराना चाहती है. उन्होंने कहा “‘शिवराज सरकार चाहती है कि मैं चुप रहूं, जनता की आवाज़ ना उठाऊं, उनके हक की लड़ाई ना लड़ूं, लेकिन मै चुप नहीं बैठूंगा, जीवन की आख़िरी सांस तक जनता के हित की लड़ाई लड़ता रहूंगा, कोई एफ़आईआर मुझे दबा नहीं सकती है.’’

कमलनाथ ने आरोप लगाया, “ संकट की घड़ी में प्रदेश की बीजेपी सरकार ने जनता को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है. शिवराज सरकार कोविड-19 से हुई मौत के आंकड़ों को छिपा रही है तथा ऑक्सीजन और जरुरी दवाओं के बिना लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया गया है.”

नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘जब लोग मुसीबत में हो, चिकित्सा व्यवस्था चरमरा जाती है और लोग मर रहे होते हैं तब शिवराज सरकार चाहती है कि मैं चुप रहूं. बीजेपी मुझ पर प्राथमिकी दर्ज कर वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है.’’

इससे पहले रविवार को बीजेपी नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने कमलनाथ के खिलाफ भादंसं की धारा 188 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 54 के तहत यह प्राथमिकी दर्ज की.

बीजेपी नेताओं ने अपनी शिकायत में कहा कि कमलनाथ ने 22 मई को उज्जैन में अपनी प्रेस वार्ता में कहा था कि दुनिया में जो कोरोना फैला हुआ है, अब उसे ‘इंडियन वैरियेन्ट कोरोना’ के नाम से जाना जा रहा है. बीजेपी नेताओं का आरोप है कि कोरोना महामारी के ऐसे संकटपूर्ण समय में कमलनाथ यह बोलकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं और देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम कर रहे हैं.

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